देश के कई ऐसे विश्वविद्यालय हैं जहां से कुछ असामाजिक तत्व न सिर्फ देश विरोधी इस्लामिक एजेंडा चलाते हैं बल्कि हिंदू धर्म और हमारे आराध्य देवी-देवताओं का खुलेआम अपमान भी करते हैं. कुछ ऐसी ही शिक्षा दी जा रही है अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में जहां के छात्रों को जो पढ़ाया जा रहा है वो कहीं से भी स्थापित सत्य नहीं है.
अब आपको बताते हैं कि जो शिक्षक हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करते हुए उनके बारे में ऐसी बाते बता रहे हैं वो खुद हिंदू धर्म से हैं उनका नाम है डॉ. जितेंद्र कुमार. इतना तो साफ है कि ये महोदय हैं तो हिंदू लेकिन हिंदू धर्म के बारे में इनकी जानकरी कितनी है इसका अंदाजा अब आप खुद लगा सकते हैं. ये छात्रों को बता रहे हैं कि “ब्रम्हा ने अपनी बेटी का बलात्कार किया, इंद्र ने ऋषि गौतम की पत्नी का बलात्कार किया और तुलसी विवाह की परिभाषा इनके मुताबिक ये है जिसमें भगवान विष्णु ने राजा जालंधर की पत्नी का रेप किया” .
साभार-ट्वीटर
जी हां, तो इस तरह से अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में हिंदू देवी-देवताओं का अपमान कर छात्रों को खुलेआम शिक्षा के नाम पर हमारे देवी-देवताओं के खिलाफ अफवाह फैलायी जा रही है. फिलहाल इस मामले में AMU यूनिवर्सिटी ने कार्रवाई करते हुए प्रोफेसर जितेंद्र को सस्पेंड कर दिया है साथ ही धार्मिक भावनाओं को आहत करने को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए 24 घंटे के अंदर जवाब देने को कहा है.
Aligarh Muslim University issues show-cause notice to Dr Jitendra Kumar for hurting religious sentiments "in the content of a slide on the mythical reference of rape" during a class. pic.twitter.com/8wnYOJb1Kq
— ANI (@ANI) April 6, 2022
यह बात साफ है कि भारत में एक ऐसा वर्ग भी मौजूद है, जिसे भगवान हैं. यह मानने में तो परहेज है ही लेकिन अब उस भगवान की आलोचना करने से भी यह शैतान बाज नहीं आ रहे हैं। ये सब अब कुछ शिक्षण संस्थाओं में खुलेआम हो रहा है. कुछ दिन पहले भी कुछ इसी तरह से एक संस्थान के कुछ वीडियो वायरल हो रहे थे जिसमें हमारे देवी-देवताओं का अपमान किया जा रहा था. ये उस संस्थान में हो रहा था जहां से अफसरशाही की नींव रखी जाती है.
‘ज्ञान आपको आवेदन का ज्ञान देता है’ ये बहुत ही अहम है हर हिंदु माता-पिता अपने बच्चे को हिंदु धर्म के विषय में जानकारी दें ताकि उनके बच्चे ऐसी किसी भी शिक्षा का विरोध कर सके और उनकी बातों का खंडन कर सकें. हिंदु होने के नाते आवाज उठाइए अपने धर्म के लिए, अपने आराध्य देवी-देवताओं के लिए. आखिर में सवाल यही कि हिन्दू समाज के धैर्य की परीक्षा और देवी-देवताओं का अपमान कब तक हम सहते रहेंगे ?
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