गोवा सहित संपूर्ण कोकण भगवान परशुराम की भूमि है, यह ऐतिहासिक, पौराणिक सत्य है । गोवा की भूमि ईसाई पंथ के उदय से पूर्व की है । तब भी गोवा ‘वास्को’ और ‘जेवियर’ की भूमि है, यह बताकर उनकी प्रशंसा की जाती है । इसी ‘जेवियर’ ने गोवा में ‘इन्क्विजिशन’ लागू किया । गोवा के ‘इन्क्विजिशन’ के समय यहां का ‘हात कातरो’ खंभा एकमात्र महत्त्वपूर्ण प्रमाण शेष रह गया है । इसी खंबे से बांधकर उस समय हिंदुओं के हाथ काटे गए । ‘हात कातरो’ खंभा पुराने गोवा में पूर्णतः उपेक्षित स्थिति में है । यह इतिहास सरकार और पुरातत्त्व विभाग के माध्यम से मिटाने का षड्यंत्र चल रहा है । स्पेन, रशिया सहित अनेक देशों में ‘इन्क्विजिशन’ के समय के प्रमाण और अवशेष संजोकर संपूर्ण संसार को देखने के लिए संग्रहालय में रखे गए हैं; परंतु गोवा में ‘हात कातरो’ खंभा अर्थात ‘इन्क्विजिशन पिलर’ का सत्य दबाने का प्रयत्न किया जा रहा है । पुर्तगालियों द्वारा किए गए अत्याचार का इतिहास छिपाया जा रहा है; परंतु हिन्दू समाज अब जागृत हो रहा है । गोवा में हुए ‘इन्क्विजिशन’ और ‘हात कातरो’ खंभे द्वारा पुर्तगालियों द्वारा हिन्दू समाज पर किया हुआ अत्याचार संसार के सामने लाए बिना हम शांत नहीं बैठेंगे, ऐसा प्रतिपादन हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. रमेश शिंदे ने किया । हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा ‘गोवा फाइल्स’– ‘इन्क्विजिशन’ के अत्याचार?’ इस ऑनलाइन विशेष संवाद में वे बोल रहे थे ।
इस विशेष संवाद में ‘इन्क्विजिशन’ का स्वरूप दर्शाने वाला एक वीडियो दिखाया गया । इस वीडियो में संसार भर में किस प्रकार ‘इन्क्विजिशन’ किया गया, यह सचित्र और ऐतिहासिक संदर्भ सहित राष्ट्रीय ऐतिहासिक अनुसंधान और तुलनात्मक अध्ययन केंद्र के अध्यक्ष श्री. नीरज अत्री ने प्रस्तुत किया तथा ‘इन्क्विजिशन’ के संदर्भ में ‘छत्रपति शिवाजी महाराज म्यूजियम ऑफ इंडियन हिस्ट्री, पुणे’ द्वारा बनाई गई और हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा प्रकाशित की गई चित्रमय फलक प्रदर्शनी भी लगाई गई थी ।
गोवा में ‘इन्क्विजिशन’ लागू करने के लिए उत्तरदायी और जिसके नेतृत्व में गोवा के हिन्दुओं पर अत्याचार किए गए, उस फ्रान्सिस जेवियर को संत का दर्जा दिया जा रहा है । हिन्दुओं पर किए गए अत्याचार छिपाए गए, उन्हें ‘गोवा फाइल्स’ द्वारा संसार भर के लोगों के समक्ष लाकर राष्ट्रवाद जागृत करना इस कार्यक्रम का उद्देश्य है, ऐसा गोमंतक मंदिर महासंघ के सचिव श्री. जयेश थळी ने इस समय कहा । सनातन संस्था के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. चेतन राजहंस ने इस समय कहा कि, गोवा के वोट बैंक की रक्षा के लिए यहां सेंट जेवियर का उदात्तीकरण किया गया । पुर्तगालियों के संबंध में यहां सहानुभूति का वातावरण निर्माण किया गया । पुर्तगालियों का अमानवीय अत्याचार करने वाला इतिहास यहां की विद्यालयीन पाठ्यपुस्तकों में नहीं पढाया जाता । संसार भर में हुए ‘इन्क्विजिशन’ के संबंध में पोप ने संबंधित देशों में जाकर क्षमा मांगी; परंतु गोवा में हुए ‘इन्क्विजिशन’ के संबंध में गोवा निवासियों से अभी तक क्षमा नहीं मांगी है । पोप को गोवा में हुए ‘इन्क्विजिशन’ के लिए क्षमा मांगनी चाहिए, ऐसी मांग गोवा सहित सर्वत्र हिन्दू नागरिकों को करनी चाहिए ।
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