बॉलीवुड पर बॉयकॉट नाम का जो ग्रहण लगा है वो खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है, फिल्म इंडस्ट्री पर ऐसी साढ़े साती छाई हुई है जिसकी वजह से इंडस्ट्री की हालत बद से बदतर होती जा रही है। बॉलीवुड की फिल्में लगातार फ्लॉप हो रही हैं, खानों का वर्चस्व ध्वस्त हो चुका है, कॉपी कंटेंट करने के अलावा और कुछ हो नहीं रहा है. लेकिन इस बीच भी बॉलीवुड के कलाकार सुधरने के बजाए ऊटपटांग बयान देकर अपनी ही लंका लगाने का पूरा इंतजाम कर बैठे हैं .

अब तैमूर और जहांगीर के अब्बा सैफ अली खान को ही ले लीजिए. नवाब साहब की अकड़ खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही. जान-बूझकर अपने ही पैरों पर कुल्हाड़ी मारने का काम कर रहे हैं. दरअसल 30 सितंबर को रितिक रोशन और सैफ अली खान की फिल्म विक्रम-वेधा रिलीज हो रही है जिसे लेकर फिल्म की टीम जोरो-शोरों से प्रचार करने में लगी है. ताकि फिल्म चल सके. लेकिन सैफ अली खान ने तो सोच लिया है कि फिल्म को बर्बाद कर के ही मानेंगे.

एक्टर सैफ अली खान को विवादों में रहने का कुछ ज्यादा ही शौक है। तभी तो एक बार फिर सैफ अली खान ने अपने बड़बोलेपन में उटपटांग बयान दिया है. सैफ अली खान ने विक्रम-वेधा के प्रचार के दौरान कहा कि वे “वामपंथी” और “उदार” हैं, लेकिन उन्होंने यह कहते हुए इसका पालन किया कि उन्हें पता है कि उन्हें “आज ऐसी बातें नहीं कहनी चाहिए”. अब सैफ अली खान से ये सवाल पूछना भी बनता है कि “आज ऐसी बातें नहीं कहनी चाहिए” से उनका क्या तात्पर्य है. सैफ ने एक इंटरव्यू में बताया कि वह फिल्म में अपने चरित्र के विचारों और सिद्धांतों से कैसे सहमत नहीं हैं, जहां वे एक मुठभेड़ विशेषज्ञ विक्रम की भूमिका निभाते हैं, जबकि ऋतिक रोशन एक गैंगस्टर वेधा हैं.

सैफ ने अपने इंटरव्यू में बताया कि “जब माफिया की समस्या इतनी नियंत्रण से बाहर हो रही थी, तो यह शहरी किंवदंती थी कि हम यह नहीं दिखाएंगे कि ‘अपराधी’ को वास्तव में भागने की कोशिश में गोली मार दी गई थी, या मार डाला गया था, और बाद में, कागजी कार्रवाई करें यह दिखाने के लिए कि वह भागने की कोशिश कर रहा था और हमें उसे गोली मारनी थी. “इसे ‘एनकाउंटर’, ‘फर्जी मुठभेड़’ कहा जाता है. यह एक भयानक न्यायिक है .. मुझे यकीन है कि यह पूरी तरह से अवैध है. लेकिन यह सिनेमाई रूप से काफी परेशान करने वाला भी है, और यही मेरा चरित्र करता है. लेकिन वह है आश्वस्त है कि वह एक अच्छा लड़का है, क्योंकि (वह सोचता है) इसकी आवश्यकता है.”

वहीं जैसे ही सैफ अली खान का ये बयान सोशल मीडिया में वायरल हुआ नेटीजंस ने सैफ अली खान की क्लास लगाते हुए फिल्म विक्रम वेधा का बॉयकॉट करना भी शुरू कर दिया.

एक तो पहले से ही दर्शकों को बॉलीवुड के कंटेंट पसंद नहीं आ रहे हैं . बॉलीवुड वाले सिर्फ और सिर्फ कॉपी पेस्ट कर के फिल्में बना रहे हैं। वैसे में कलाकारों के इस तरह के बयान वाकई अपने पैरों पर ही कुल्हाड़ी मारने के बराबर है.

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