गुजरात के सूरत से महाकुंभ मेले में पवित्र स्नान के लिए प्रयागराज जा रही ताप्ती गंगा एक्सप्रेस ट्रेन के बी6 कोच पर महाराष्ट्र के जलगांव के पास पथराव किया गया। महाकुंभ मेले जैसी पवित्र यात्रा के दौरान हुई इस घटना से हिंदू समाज की भावनाओं को ठेस पहुंची है। धार्मिक यात्रियों पर इस तरह के हमले हिंदू समाज कभी स्वीकार नहीं करेगा। ऐसा ही गंभीर मामला वर्ष 2002 में राममंदिर के लिए कारसेवा करने जा रहे रामभक्तों के साथ गुजरात के गोधरा में हुआ था। इसके अलावा, अमरनाथ यात्रा पर भी कई वर्षों से इसी तरह की पथराव की घटनाएं हो रही हैं।
अगर ऐसे धर्मांध समाजकंटकों पर समय रहते कड़ी कार्रवाई नहीं की गई, तो आज रेलगाड़ी पर पत्थर फेंकने वाले कल गाड़ी जलाने से पीछे नहीं हटेंगे। वर्तमान में सोशल मीडिया पर कुछ धर्मांध कट्टरपंथी कुंभ मेला नहीं होने देंगे जैसी धमकियां दे रहे हैं। अब ट्रेन पर पथराव करके उन्होंने इस प्रकार की धमकियों को वास्तविकता में बदलना शुरू कर दिया है। करोड़ों हिंदू भक्तों की उपस्थिति में होने वाले कुंभ मेले में हिंदुओं को संगठित होने से रोकने और धर्माचरण से विमुख करने के लिए हिंदू विरोधी शक्तियां सक्रिय हैं।
इस घटना में शामिल दोषियों पर हत्या के प्रयास (सदोष मनुष्यवध) का मामला दर्ज कर उनके विरुद्ध कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। साथ ही, उनके पीछे किन शक्तियों का हाथ है, इसकी भी जांच की जानी चाहिए। इसके अलावा, सोशल मीडिया पर ‘कुंभ मेला नहीं होने देंगे’ जैसी धमकी देने वालों पर सरकार को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए, ऐसी मांग हिंदू जनजागृति समिति द्वारा सरकार से की गयी है ।
श्री रमेश शिंदे, राष्ट्रीय प्रवक्ता, हिंदू जनजागृति समिति

DISCLAIMER: The author is solely responsible for the views expressed in this article. The author carries the responsibility for citing and/or licensing of images utilized within the text.