हमेशा “एक्शन-मोड” में रहने वाले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक नए मिशन पर हैं। इस बार मुद्दा है , उत्तर प्रदेश में अपनी “फिल्म सिटी ” सेटअप करने का। पिछले तीन दिनों से ताबड़तोड़ मीटिंग चल रही हैं , नॉएडा-ग्रेटर नॉएडा के पास लगभग १०० एकड़ जमीन आवंटित हो चुकी है।
मुंबई फिल्म इंडस्ट्री पर सुशांत सिंह राजपूत की मृत्यु के बाद से काले बादल मंडराने लगे थे , मनी लॉन्ड्रिंग और ड्रग कनेक्शन आने के बाद , रंग और घना हो गया। कंगना के मुद्दे ने इसे और बुरा बना दिया। साथ ही चायनीज़ वायरस के चलते मुंबई से जिस प्रकार कामगारों का माइग्रेशन हुआ था , उसके बाद योगी जी ने पहले ही कह दिया था की रोजगार के अवसर उत्तर प्रदेश में बनेंगे। ये सब मिलाकर स्थिति ये बन रही है कि उत्तर प्रदेश- पूरी तरह से अपनी इंडस्ट्री के लिए तैयार हो रहा है।
इसके कई फायदे लोग गिना रहे हैं : सबसे बड़ा फायदा मराठी इंडस्ट्री को होगा , जो अक्सर बढ़िया फ़िल्में देने के बावजूद , हिंदी फिल्म इंडस्ट्री की छाया में आ जाती है। साथ ही हिंदी हार्टलैंड में होने का फायदा हिंदी फिल्म इंडस्ट्री को मिलेगा। साथ ही मुम्बइया मठाधीशों का तिलिस्म ( मोनोपॉली भी पढ़ सकते हैं ) भी टूटेगा। फिल्म इंडस्ट्री को अंडरवर्ल्ड के साये से निकालने में भी सहायता मिल सकती है।
नुक्सान भी बहुतों को होगा और उनकी बेचैनी देखी जा सकती है , चर्चा फिर कभी। फ़िलहाल “मंदिर वहीँ बनाएंगे” की धुन पर योगी जी के नए नारे “पिक्चर” वहीँ बनाएंगे का आनंद लीजिये। और सुनिए , उदित नारायण ने कौन सा गाना गाया , फिल्म सिटी के निर्माण की चर्चा में :
अब इस फिल्म सिटी के बनने का इंतज़ार है !!
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