सच्ची पत्रकारिता करना एक महान सेवा होती है। जिसमें आप किसी की सेवा करते हैं और बदले में वो आपकी सेवा करते हैं (2BHK)। ये ऐसी सेवा है जिसमें आपको सरकार से प्रश्न पूछना होता है। और सरकार से मतलब केवल मोदी और बीजेपी से है।
अन्नदाता बोल कर कोई गुंडागर्दी कर के बच नहीं सकता। इस बात को समझना होगा कि बिना स्वतंत्रता व्यापार नहीं हो सकता और बिना व्यापार धन नहीं आ सकता। इतनी सी बात समझ आ गई और लागू हो गई तो वो दिन दूर नहीं जब भारतीय किसान स्वयं कर देने आगे आयेंगे और देश की प्रगति में और भी बड़ी और निर्णायक भूमिका निभाएंगे जबकि समाज अब तक उन्हें केवल एक निरीह वोट बैंक के रूप में देखता आया है।
बेईमान का सही अर्थ क्या होगा? सही अर्थ होगा जो ईमान वाला न हो। वैसे तो तथाकथित हिन्दी शब्दकोष इनके अन्य दूसरे अर्थ देते हैं जो बोल-चाल में, प्रचलन में हैं परन्तु सबसे उपयुक्त अर्थ यही है "जो ईमान वाला न हो"। बेईमान का उल्टा ईमानदार होगा। क्या आपको पता है ईमान का सही अर्थ क्या है? ये शब्द कहाँ से आया?
कलियुग के इस, अधर्मी युग में
वैसा अवसर आया था,
जब त्याग विनय, भर शौर्य भुजा में
भगवा खुलकर छाया था।
राम भक्त हैं, राम नाम ले
राम की गाथा सुनाते हैं,
स्वर्ण लंका हो, या बाबरी हो
स्वाहा अधर्म की जलाते हैं।।