कांग्रेसियों का मुग़ल प्रेम : इन आक्रमणकारियों के नाम वाली सड़कों का नाम बदला जाए
जब अपने घर के अंदर से ही बैठे लोग , उनकी गद्दार मानसिकता हमें मुँह चिढ़ाने लगे तो फिर वो आग तो तेज़ाब बन कर हमारी बंदूकों से निकल कर दुश्मन को पानी की तरह पिघला देती है वो आग कहीं सीने के अंदर ही धधकने लगती है |