दिल्ली की केजरीवाल सरकार जिन मौलवियों और मौलानाओं को प्रतिमाह 18000 से 22000 तनख्वाह देती है उनकी करतूतों से आये दिन आप वाकिफ होते रहते हैं, ताजा मामला दिल्ली के समयपुर बादली क्षेत्र का है, जहां एक 16 वर्ष की नाबालिक बच्ची का मौलाना नौशाद ने न केवल बलात्कार किया बल्कि उसे बेंचने का भी प्रयास किया, वो तो भला हो दिल्ली पुलिस का जिसने समय रहते न केवल सकुशल बच्ची को बचा लिया बल्कि अपराधी मौलाना को भी रंगे हाथों गिरफ्तार करके जेल भेज दिया।
दिल्ली पुलिस के अनुसार लड़की की माँ ज़रीना ने पुलिस को शिकायत की कि उसकी बेटी दिनांक 19 दिसंबर शाम 3 बजे से लापता है, उसने मौलाना नौशाद जिसके पास उसकी बेटी पढ़ने जाती थी उसपर शक जताया, पुलिस ने अपहरण का मामला दर्ज करके कार्यवाही शुरू की तो उसे पता चला कि नौशाद की आखिरी लोकेशन बद्दी (हिमाचल प्रदेश) थी, और खंगालने पर पता चला कि नौशाद एक पेशेवर अपराधी है और उसपर हरदोई (उ. प्र.) में भी कई मुकदमे दर्ज हैं, पुलिस ने तत्काल टीम गठित की और हिमाचल प्रदेश रवाना हुई पर नौशाद को शायद इसकी भनक लग गई, वो वहां से भाग निकला, पुलिस लगातार उसकी लोकेशन पर नज़र रखे थी, जिसे बाद में सीलमपुर के एक रेड लाइट एरिया से गिरफ्तार कर लिया गया।
चाहे दिल्ली के दंगों में संलिप्त आम आदमी पार्टी का पार्षद ताहिर हुसैन हो, जिसने न केवल IB अफसर अंकित शर्मा को मार दिया, बल्कि ट्यूशन से घर आती एक अबोध बच्ची का बलात्कार करके मार कर नाले में फेंक दिया, चाहे खुले आम आतंकवादियों का समर्थन करने वाला इनका विधायक अमानतुल्लाह खान हो या निर्भया के दोषी को सिलाई की मशीन और पैसे देने वाला खुद केजरीवाल हो, इन सबकी मानसिकता ऐसी है कि आप और आपकी बेटियां दिल्ली में कदापि सुरक्षित नही हैं, फिर चाहे आप हिन्दू हैं या इनका नया वोट बैंक बन चुके मुसलमान, जो व्यक्ति अपने बच्चों की झूठी कसम खा सकता है उसके लिए आपके बच्चों की क्या कीमत होगी आप खुद अंदाज़ा लगा सकते हैं।
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इस मौलवी पर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए