देश में नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ गाहे-बगाहे लिबरल गिरोह के पत्रकार अपनी मुहिम अपना एजेंडा चलाते ही रहते हैं। कम्युनिस्ट दिमाग से संचालित और कांग्रेसी पैसे के बल पर फल रहे इनके शरीरों में नरेंद्र मोदी के खिलाफ इतनी अंधी नफरत है मस्त है कि यह खुलेआम अपना एजेंडा बेशर्मी की हद तक चलाने से भी नहीं चूकते हैं। इन्हीं लिबरल गिरोहों की फेहरिस्त में इंडिया टुडे ग्रुप के ‘लल्लनटॉप’ का नाम सबसे ऊपर आता है.. इसे सौरभ द्विवेदी नाम का कम्युनिस्ट लड़का संचालित करता है।


 इसी ‘लल्लनटॉप’ ने हाल ही में एक सर्वे किया जिसमें उसने पूछा है कि केंद्र सरकार के 7 साल होने पर कितने लोग खुश हैं? जाहिर है लल्लन टॉप की जो ऑडियंस है उसमें अधिकतर कम्युनिस्ट , कांग्रेसी और शांतिप्रिय समुदाय के लोग हैं, जो मोदी अन्धविरोध के कारण ‘लल्लनटॉप’ को अपना खुदा मानते हैं।


होना वही था जो पहले से तयशुदा माइंडसेट में सोचा गया था ..सर्वे किया गया और राशिद ,नौशाद ,अब्दुल ने जमकर केंद्र सरकार के खिलाफ वोटिंग की और आखिरकार इंडिया टुडे ग्रुप के लल्लनटॉप ने अपने सर्वे में दर्शा दिया कि देश की अधिकतर आवाम केंद्र सरकार को नापसंद करती है।

अब यह बताइए कि अगर कांग्रेस का सेवादल कोई सर्वे करें जिसमें इसी तरीके से सरकार के बेहतर कामकाज के बारे में पूछा जाए तो वहां पर नरेंद्र मोदी की विजय होगी या राहुल गांधी की ?ठीक उसी तर्ज पर लल्लनटॉप अगर कोई सर्वे करता है तो वहां पर केंद्र सरकार नरेंद्र मोदी योगी आदित्यनाथ की तारीफ होगी या उनके खिलाफ एजेंडा चलेगा इस बात को देश का बच्चा-बच्चा जानता है।

गौरतलब है कि इंडिया टुडे ग्रुप का प्लेटफार्म लल्लनटॉप निखालिस कम्युनिस्टों का अड्डा बन गया है जिसमें सिर्फ और सिर्फ राष्ट्र और धर्म के खिलाफ एजेंडा धारी काम किया जाता है।

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