जिहादियों के हौसले दिन ब दिन बढ़ते जा रहे हैं . जहां जबरन हिंदू बहु-बेटियों को अगवा कर उनका धर्मपरिवर्तन करा कर उनके साथ जबरदस्ती निकाह की जा रही है . ताजा मामला उत्तर प्रदेश के बरेली का है जहां 11 साल की अनुसूचित जाति की बच्ची को अगवा करने का मामला का सामने आ रहा है. आरोप है मो. साजिद नाम के युवक ने बच्ची को अगवाकर कर लिया है. खबर ये भी आ रही है ये जिहादी परिवार इस बच्ची पर निकाह के लिए दबाव बना रहा है .  वहीं किशोरी के परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी पक्ष के 6 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है.

दरअसल मो. साजिद बच्ची को बहला कर 31 मई को सुबह ले गया. परिवार वालों ने बिटिया को खोजने की खूब कोशिश की लेकिन वह नहीं मिली. इस दौरान उन्हें साजिद के बारे में कहीं से जानकारी मिली. जिसके बाद पीड़ित बच्ची के पिता साजिद के पिता के पास गए और अपनी बेटी को वापस करने की मांग की. इसपर साजिद के पिता ने आश्वासन दिया कि वह उनकी बिटिया वापस बुला देंगे लेकिन उसके बावजूद भी जब वह नहीं आई तो वह फिर से उनके पास गए तो घर की महिलाओं ने कहा कि बेटी का निकाह करा दो साजिद के साथ, तुम्हारे लिए यही ठीक रहेगा.।

आखिर में सवाल ये कि जो नेता दलितों का मसीहा होने का दम भरते हैं वो कहां है , ऐसे मामलों में तुंरत अपनी गांड़ी में बैठकर अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने वाले भाई-बहन की जोड़ी कहां है , अखिलेश यादव और मायावती जी कहां है, जाहिर है ये सभी सिर्फ दलितों की राजनीति करते हैं अपना वोट बैंक बढ़ाने के लिए ,उन्हें उनकी पीड़ा, दर्द से कोई सरोकार नहीं है।

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