जबसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘वोकल फ़ॉर लोकल’ का नारा दिया है तभी से देशवासियों में स्वदेशी उत्पादों का इस्तेमाल करने की ललक पैदा हो गई है। स्वदेशी उत्पादों का इस्तेमाल कर देशवासी एक तरफ चीन को जवाब दे रहे हैं तो दूसरी तरफ अपने देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत कर रहे हैं। इसी के तहत सोशल मीडिया पर देश की जनता आवाज उठा रही है कि हमें पतंजलि के उत्पादों का इस्तेमाल करना चाहिए। 


सोशल मीडिया पर लगातार #Patanjali ट्रेंड कर रहा है, इस हैशटैग के साथ ट्विटर पर #आत्मनिर्भर भारत भी ट्रेंड कर रहा है। गौरतलब है कि देश में पतंजलि प्रोडक्ट्स को देशवासी हाथों हाथ लेते हैं ऐसे में जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वदेशी उत्पादों का इस्तेमाल करने की अपील की है तभी से पतंजलि प्रोडक्ट्स के प्रति देशवासियों में अतिरिक्त अनुराग पैदा हुआ है। 


ये स्पष्ट है कि पतंजलि योगपीठ ने भारतवर्ष में योगक्रांति के जरिए जो बेमिसाल काम किया है वो अपने आप में एक पुनर्जागरण की तरह है। बाबा रामदेव-आचार्य बालकिशन ने योग को जन जन तक पहुंचाया है और अब पतंजलि उत्पादों के माध्यम से आयुर्वेदिक उत्पादों को अंतिम आदमी तक पहुंचा कर नारायण सेवा कर रहे हैं। इससे पहले भारत के आयुर्वेदिक उत्पादों को पेटेंट कराकर विदेशी कम्पनियां महंगे दामों पर उत्पाद बेचतीं थीं और हमारे ऋषियों की सम्पत्ति को संतति से दूर करती थीं। मगर बाबा रामदेव ने पतंजलि के माध्यम से ऋषि-गुरुकुल ज्ञान को गांव गांव, गली गली तक पहुंचाकर यौगिक सवेरे का अभ्युदय किया है।

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