कानपुर (Kanpur) के प्राचीन मंदिरों के अस्तित्व को बचाने के लिए महापौर प्रमिला पांडेय ने अभियान छेड़ दिया है। शनिवार को कई थानों की फोर्स के साथ महापौर मुस्लिम क्षेत्रों में मंदिरों की हालत देखने पहुंची तो हैरान हो गईं। मंदिरों पर कब्जे तो थे ही, वहां बिरयानी की दुकानें लगी हुई थीं। कब्जाए गए सात मंदिरों से मूर्तियां भी गायब थीं। एक मंदिर का तो खुद महापौर ने ताला तोड़ा। इसके साथ ही उन्होंने नोटिस भेजकर सात दिनों में जवाब मांगने की बात कही है।

बीते दिनों भी मेयर ने मंदिरों का हाल जानने का प्रयास किया था। वहीं, शनिवार को उन्होंने एसीपी अनवरगंज और कई थानों की फोर्स के साथ बेकनगंज और चमनगंज के सात प्रचीन मंदिरों का दौरा किया। मौके पर महापौर को यहां मंदिर काफी जीर्णशीर्ण हालत में मिले। सभी मंदिरों से मूर्तियां गायब थीं और अधिकतर मंदिरों पर कब्जा हो चुका है या फिर उनपर दुकानें खोली जा चुकी है।

गौरतलब है कि कानपुर में 100 से ज्यादा ऐसे मंदिर हैं जो मुस्लिम इलाकों में पड़ते हैं और धीरे-धीरे उन सभी मंदिरों के बाहर बिरयानी की दुकानें खोल दी गई हैं और उन मंदिरों में कोई हिंदू पूजा करने के लिए नहीं जा पाता है क्योंकि यह सभी मंदिर मुस्लिम जनसंख्या के बीच मौजूद हैं जहां पर कभी पहले हिंदुओं का बसेरा हुआ करता था और अब हिंदू वहां से पलायन कर चुके हैं।

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