इन दिनों दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली छोड़कर गुजरात की ऑटो-पॉलिटिक्स करने में व्यस्त हैं. मतलब दिल्ली का बेरा गर्क करने के बाद अब गुजरात को बर्बाद करने की नाकामयाब कोशिश अरविंद केजरीवाल की तरफ से की जा रही है. लेकिन क्या करें आम आदमी पार्टी और उसके नेताओं पर लगा ग्रहण खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा. पहले से ही इनके कई मंत्री कानूनी शिकंजे में हैं और कईयों पर कानूनी तलवार लटक रही है.

इसी कड़ी में एक और धक्का केजरीवाल को उस वक्त लगा जब उनके चहेते MLA अमानतुल्लाह खान को ACB ने गिरफ्तार किया. अरविंद केजरीवाल के जिगर के टुकड़े अमानतुल्लाह इस बार आखिरकार कानूनी शिकंजे में फंस ही गए.  अमानतुल्लाह खान अपने उन्मादी और सांप्रदायिक छवि के लिए पूरे राज्य में बदनाम है। हर बार ये सवाल उठ रहे थे कि इतने विवादों के बाद भी अमानतुल्लाह हमेशा कानून के शिकंजे से कैसे बच जाते हैं? तो जबाव है कि जब अमानतुल्लाह को खुद दिल्ली के सीएम केजरीवाल का समर्थन मिला हो तो भला उनके कुकर्म कैसे सामने आ पाते!

लेकिन केजरीवाल के चश्मोचिराग अमानतुल्लाह खान की गिरफ्तारी के बाद केजरीवाल हो, मनीष सिसोदिया हो या फिर सौरभ भारद्वाज सभी के सभी तिलमिला उठे हैं और पानी पी-पीकर बीजेपी को कोसने के काम में जुट गए हैं. एक बार फिर हर बार की तरह सीएम अरविंद केजरीवाल ने अमानतुल्लाह की गिरफ्तारी पर सवाल उठाते हुए कहा कि पहले इन्होंने (बीजेपी) सत्येंद्र जैन को गिरफ़्तार किया. फिर मनीष के घर रेड की, कुछ नहीं मिला. अब अमानतुल्लाह को गिरफ़्तार किया है. अभी और भी कई विधायकों को गिरफ़्तार करेंगे. गुजरात में लगता है इन्हें तकलीफ़ बहुत ज़्यादा हो रही है.

वहीं मनीष सिसोदिया के ट्वीट को देखकर भी बीजेपी के खिलाफ उनकी बौखलाहट समझी जा सकती है.

आम आदमी के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि अमानतुल्लाह खान के घर पर छापे मारे जा रहे हैं, लेकिन छापे में कुछ नहीं मिला. किसी दूसरे व्यक्ति पर गैरकानूनी रूप से हथियार रखने के कारण FIR दर्ज की गई, लेकिन जिसके नाम से FIR की गई है, उस व्यक्ति से अमानतुल्लाह खान का कोई संबंध नहीं है. जिन हामिद अली खान और कौसर इमाम सिद्दकी के खिलाफ FIR की गई है, उनसे अमानतुल्लाह खान का कोई संबंध नहीं है, ना ही उनके साथ कोई व्यापार है. आम आदमी पार्टी नेताओं के यहां छापे मारे जा रहे हैं, लेकिन कही कुछ नहीं मिल रहा है. गुजरात में अरविंद केजरीवाल के बढ़ते कद से बीजेपी घबराहट में है और इसीलिए ये छापे मारे जा रहे हैं.

अब सोचिए बार-बार AAP की तरफ से गुजरात का जिक्र ऐसे किया जा रहा है मानो केजरीवाल एंड टीम ने गुजरात फतह कर ली हो. इन्हें कौन समझाए कि गुजरात की डगर पंजाब जैसी आसान नहीं होने वाली है.

हैरानी की बात ये कि कि केजरीवाल और उनके मंत्री, प्रवक्ता ऐसे इंसान का बचाव कर रहे हैं जिसपर शाहीन बाग में धरना देने बैठी महिलाओं की मदद करना हो, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल करना हो या फिर मुस्लिम समुदाय को दंगों के लिए भड़काना, अमानतुल्लाह खान पर इस तरह के आरोप लग चुके हैं।लेकिन आम आदमी पार्टी ने हमेशा ऐसे आरोपों पर आंखें बंद रखी और दागी विधायक के पीछे पूरी मजबूती से खड़ी रही. इतना ही नहीं 2020 में अमानतुल्लाह खान अवैध रोहिंग्या प्रवासियों को मुफ्त में राशन मुहैया करा रहे थे। लेकिन अमानतुल्लाह खान भूल गए थे कि देश में कानून का राज चलता है और कानून से ऊपर कोई नहीं है.

 

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