साफ-सुथरी कॉमेडी कर लोगों को हंसाने-गुदगुदाने वाले अपने गजोधर भइया यानि राजू श्रीवास्तव ने दुनिया को अलविदा कह दिया. अपनी कॉमेडी से दुनिया भर को हंसाने वाले राजू श्रीवास्तव ने कॉमेडी को एक नया आयाम दिया था जिसमें आज की कॉमेडी जैसी ना तो गंदगी थी ना ही डबल मीनिंग बातें. जहां एक तरफ देश के प्रधानमंत्री से लेकर पूरा देश राजू श्रीवास्तव के निधन के बाद गमगीन है, वहीं दूसरी तरफ वामपंथी कलाकार से लेकर मुस्लिम कट्टरपंथी इसका जश्न मना रहे हैं .

कॉमेडियन रोहन जोशी ने ज़हर उगलते हुए अपने इंस्टाग्राम पर लिखा, “राजू श्रीवास्तव ने नए स्टैंड अप कॉमेडियनों को नीचा दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। हमने कुछ नहीं खोया है। Fu%k Him. उन्हें कॉमेडी की भावना के बारे में कुछ नहीं पता था, भले ही उन्होंने एकाध अच्छे चुटकुले मारे होंगे। जिन भक्तों ने आपदा के वक्त अपनों को खोया, वो तनाव न लें। उनके पापा और अक्षय कुमार एक मंदिर बनवा रहे हैं, वहाँ प्रार्थना कर लेना आत्मा की शांति के लिए। मुझे राजू श्रीवास्तव के जाने का कोई दुःख नहीं।”

जाहिर है रोहन जोशी ने अपनी इस पोस्ट के जरिये घटिया सोच को सबके सामने रख दिया है. दरअसल ये पहला मौका नहीं है जब बंद पड़ चुके कथित कॉमेडी ग्रुप AIB के प्रमुख सदस्य रहे रोहन जोशी ने ऐसी घटिया पोस्ट शेयर की हो इससे पहले अप्रैल 2021 में कोविड 19 की दूसरी लहर से जब देशभर में अफरात-फरी मची थी, तो रोहन जोशी इस बात से खुश था कि जिन्होंने मंदिर के लिए वोट किया था, उनके परिवार वाले मर रहे हैं।

इतने अपमानजनक और भड़काऊ पोस्ट पर किसी का भी खून नहीं खौलेगा। लोगों ने सोशल मीडिया पर रोहन को उसके भड़काऊ पोस्ट के लिए खूब खरीखोटी सुनाई। लेकिन रोहन जोशी ने बेशर्मी की सभी सीमाएं लांघते हुए कहा, “मेरी पुरानी पोस्ट को जो भड़काऊ और आपत्तिजनक बता रहे हैं, वो मेरे क्रोध के बारे में कुछ नहीं जानते। भाड़ में जाए भक्त। वे सब इसके जिम्मेदार हैं। अभी भी मैं कुछ जाहिलों को देख रहा हूं, जो उसे [नरेंद्र मोदी] की रक्षा कर रहे हैं। मेरे मन में इन लोगों के लिए रत्ती भर भी संवेदना नहीं है। भाड़ में जाओ सब के सब”।

साभार-सोशल मीडिया

अपनी इसी घटिया सोच की वजह से रोहन जोशी का पूरा करियर बर्बाद हो गया, उसके बाद भी उसे अपनी गलतियों के लिए जरा भी शर्म नहीं है. इतना ही नहीं रोहन जोशी के मन में हिंदुओं के खिलाफ भी खूब जहर भरा पड़ा है. जोशी राम मंदिर विरोधी भी रहा है। वह इस तथ्य को बर्दाश्त नहीं कर सका कि हिंदुओं और मोदी समर्थकों की जीत हुई है. अक्सर वो सोशल मीडिया पर अपनी भड़ास निकलता रहता है. लेकिन साथ-सुथरी कॉमेडी करने वाले राजू श्रीवास्तव की अहमियत लो स्टैंडर्ड कॉमेडी करने वाले रोहन जोशी जैसे वामपंथी कलाकार क्या समझेंगे जो भारत की सांस्कृतिक प्रगति देखते ही आगबबूला हो जाते हैं.

राजू श्रीवास्तव की कॉमेडी में अश्लीलता नहीं थी. शब्दों का चुनाव ऐसा था कि लोग उनके पंच लाइन पर घंटो ठहाके लगाते थे . राजनेताओं के सामने खड़े होकर उनकी मिमिक्री करना. उनके उपर व्यंग्य करना, ये सिर्फ राजू के बस की ही बात थी. आज कॉमेडी के नाम पर सिर्फ अश्लीलता पड़ोसी जा रही है. डबल मीनिंग डायलॉग और अश्लील चुटकुलों से लोगों को हंसाने की कोशिश की जा रही है. मशहूर कॉमेडी शो द कपिल शर्मा शो इसका ताजा उदाहरण है.

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