कनक -कनक ते सौ गुना मादकता अधिकाय
इहिं खाय बौराय जग , उहिं पाय बौराय

मतलब , कनक यानी (धतूरा )खा लेने से इंसान पागल हो जाता है
मगर कनक यानि (सोना ) को मात्र पा लेने से ही इंसान पागल हो जाता है |

युगों पहले कहा गया ये दोहा आज के हालातों पर कितना सटीक बैठ रहा है ,ये अंदाज़ा आप खुद लगाएं | बॉलीवुड में इन दिनों ठीक यही चल रहा है | एक नई अभिनेत्री जहाँ नशे की गिरफ्त में है तो दूसरी बहुत पुरानी ,अपने रसूख और ताकत के मद में चूर | एक ने चरस ,गाँजा ,अफीम ,कोकीन और जाने क्या क्या खा पीकर हत्या जैसे जुर्म को अंजाम दिया तो दूसरी ने अपने पद और उसकी ताकत के नशे में ,समाज के चरित्र की हत्या |

बॉलीवुड में “मी टू ” जैसा हाहाकारी और घिनौना ,प्रकरण चलता रहा – अचानक से आज उग आईं आज ये सारी हीरोइनों की झंडाबरदार अभिनेत्रियां (जया , हेमा , उर्मिला , स्वरा , तापसी सब चुप्प ) |

सुलतान फिल्म में काम करने के दौरान मुझे इतनी शारीरिक तकलीफ हुई जितनी बलात्कार के बाद लड़की को होती है -सलमान खान | महिला गैंग खामोश ,कहीं से कोई चूँ तक नहीं बोला |

परवीन बॉबी , दिव्या भारती , दिशा सालियान , सब साजिशन क़त्ल कर दी गईं – मगर , नारी के हक़ के लिए बार बार तख्तियाँ लेकर खड़ी होने वालियों ने एक शब्द भी नहीं बोला |

और तो और , जिया खान -जिसे जया बच्चन के पति और बॉलीवुड के बिग बी के साथ एक एक पिक्चर करने के बाद क़त्ल कर दिया गया -उसके लिए भी कहीं कुछ नहीं बोला |

वो तो कहिये कि , एक बाहरी बिहारी जो इन सब साजिशों में फंस कर मारा गया ,लेकिन उसको रास्ते से हटाने के चक्कर में ,ये सब “सड़क” से संसद तक लोगों के सामने नंगे हो गए , और बजाय अपने नंगपने पर शर्म करने के उन सबको कोसने लगे जिन्होंने इन्हें नंगा देख लिया |

कहते हैं कि साँप के गले में कभी अगर छछूंदर फँस जाए तो फिर उससे न निगले बनता है न उगले और इस बार तो बॉलीवुडिया नाग के गले में फँसी एक छछुंद(रिया) की पूँछ में कई साही (जिसका पूरा शरीर ज़हरीले काँटों से भरा होता है ) भी अटक लटक गए हैं ) जिसका नतीज़ा ये है कि बॉलीवुड के नाग नागिनों का बुरा हाल हो गया है | कोई बिल में छुप गया है तो किसी का पूरा वजूद ही छलनी छलनी हो गया है |

इन सबके बीच जो , सब कुछ अच्छी तरह से देख समझ रहे हैं वो हैं आम लोग ,जिन्होंने इन सबको नंगा होते देख लिया है और अब इनके दोगले ज़मीर पर चढ़ी हुई खाल खींच कर भुस्स भर देने का मन बना लिया है | तो ऐसे में यदि छछुंद(रिया) को बचाने का इतना ही जोर मार रहा है इन तमाम नाग नागिनियों को और अपने उठाए फन पर इतना ही गुरुर है तो फिर खुल कर कहो न , आ रिया बैन__, तुझे हम बचाएंगे चाहे इसके लिए हमें जया से जाया (बेकार ,बर्बाद ) हो जाना पड़े | अजी हाँ

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