किसानों की जय जयकारशाहीन बाग गैंग का प्रतिकारबंद का सम्पूर्ण बहिष्कार
तीन बातें : 
1. किसान आंदोलन करें, धरना करें, बंद करें, ये उनके और सरकार के बीच की बात हैं। हम उनके मुद्दों के समाधान की आशा करते हैं। ईश्वर से प्रार्थना करते हैं। हम किसानों के प्रति कृतज्ञ हैं। 
2. क्या योगेन्द्र यादव किसान हैं जो दिल्ली की दवाओं, आवश्यक सेवाओं को ठप्प करने की बात कर रहे हैं? नहीं।
क्या ये नक्सलियों को जेल से छुड़ाने की बात करने वाले लोग किसान हैं? नहीं। 
ये शाहीन बाग गैंग, केजरीवाल जैसे लोग क्या ये किसान है? नहीं। 
शाहीन बाग की इन्हीं दादियों ने चांद बाग में डीसीपी अमित शर्मा पर हमला किया था और कांस्टेबल रतनलाल जी की हत्या की थी। क्या ये किसान हैं? नहीं। 
ये किसानों के मुद्दे की आड़ में शाहीन बाग – 2 करना चाहते हैं। ये प्रोफेशनल धरने बाज, हर तीन चार महीने में हम दिल्ली वालों को बंधक बनाने आ जाते हैं। जिनको स्वीकार नहीं किया जाएगा। मैं चेतावनी देना चाहता हूँ इन प्रोफेशनल धरनेबाजों को। बार बार हम दिल्लीवालों को बंधक बनाना बंद करो वरना आपके घरों को बन्द किया जाएगा, आपके पानी, बिजली जनता काटेगी और आपकी आवश्यक सेवाओं को ठप्प करने दिल्ली की जनता को आगे आना पड़ेगा। 
3. लोकतंत्र को भीड़तंत्र में नहीं बदलने देंगे। कानून और व्यवस्था के साथ हर रोज मजाक नहीं चलेगा। चुप बैठे देश के बहुसंख्यक लोगों के दफ्तर जाने, दुकान खोलने, अस्पतालों में ईलाज करवाने के अधिकार को रोज रोज छीनने का हक किसी को भी नहीं। 
हम कल के बंद का बहिष्कार करते हैं। मैं अपील करता हूँ कल हम सभी लोग दफ्तर खोलें, दुकाने खोलें, फैक्टरी खोलें। कल दफ्तर, दुकान, फैक्ट्री, गोदाम जहां भी काम पर जाते हो, कल जरूर जाइए। सोशल मीडिया पर अपने काम पर जाने की फ़ोटो वीडियो डालिये। 70 साल से भारत बन्द था। अब भारत बन्द नहीं होगा। हम साइलेंट मेजोरिटी अपने संवैधानिक अधिकारों का अपहरण किसी को भी नहीं करने देंगे। 
– कपिल मिश्रा

DISCLAIMER: The author is solely responsible for the views expressed in this article. The author carries the responsibility for citing and/or licensing of images utilized within the text.