आमिर खान की ड्रीम प्रोजेक्ट कहे जाने वाली फिल्म लाल सिंह चड्ढा के फ्लॉप होने की भविष्यवाणी जो हमने पहले से कर रही थी शायद उसकी हालत उससे भी ज्यादा खराब है. पहले दिन ही बॉक्स ऑफिस पर आमिर खान कोई कमाल नहीं कर पाए. बॉलीवुड विशेषज्ञों के मुताबिक आमिर खान की फिल्म को 30 करोड़ रुपए की ओपनिंग मिलनी चाहिए थी। फिल्म का ओपनिंग डे का कलेक्शन 20 करोड़ रुपए से कम नहीं जाना चाहिए था। हालांकि, दर्शकों ने फिल्म को सिरे से नकार दिया .

दरअसल देखा जाए तो आमिर खान ने एक और क्लासिक मास्टरपीस को बर्बाद ही नहीं किया है बल्कि उसका गुड़-गोबर कर दिया है . मिस्टर परफेक्शनिस्ट का ढिंढोरा पीटने वाले आमिर खाने ने इस बार ‘फॉरेस्ट गम्प’ जैसी उस फिल्म का रीमेक बनाने की जुर्रत की थी जो ऑस्कर विजेता रॉबर्ट जिमेकिस द्वारा निर्देशित और टॉम हैंक्स द्वारा अभिनीत एक दुनिया भर में मशहूर फिल्म है। 1994 में इसे सर्वश्रेष्ठ फिल्म का ऑस्कर पुरस्कार भी मिला था। असल में हॉलीवुड की क्लासिक में शुमार टॉम हैंक्स और रॉबिन राइट की फॉरेस्ट गंप का आधिकारिक बॉलीवुड रीमेक है. फॉरेस्ट गंप भारत समेत दुनिया में सराही गई फिल्मों में से एक है. लेकिन जिस तरह से आमिर खान से एक और बेहतरीन मास्टरपीस को बर्बाद कर दिया उसके बाद सोशल मीडिया पर लोग लिख रहे हैं कि अब तक बॉलीवुड ने हॉलीवुड से प्रेरित होकर जितनी भी फ़िल्में बनाई हैं आमिर की लाल सिंह चड्ढा उनमें सबसे घटिया और सस्ती कॉपी है. इसे हिंदी फॉरेस्ट गंप भी नहीं कहा जा सकता. वहीं कुछ लोगों ने लिखा कि “लगता है अब आमिर के पास करने को कुछ बचा ही नहीं. वे बॉलीवुड की फ़ॉर्मूला एक्टिंग का दोहराव कर रहे हैं”. वहीं कुछ यूजर्स लिख रहे हैं कि “करीना, रॉबिन राइट के किरदार को छूने की कोशिश भी करती नहीं दिखती जो फॉरेस्ट गंप की जान है. फॉरेस्ट गंप में एक व्यक्ति के साथ राष्ट्र के रूप में अमेरिका की भी कहानी है. मूल फ़िल्म में तथ्य और तार्किकता के साथ उसे रखा भी गया है. लेकिन लाल सिंह चड्ढा में एक राष्ट्र के रूप में भारत की वैसी स्पष्ट यात्रा नजर नहीं आती”.

वैसे आमिर खान को अब ये समझ लेना चाहिए कि अब गए वो दिन जब अपनी फिल्मों के जरिये वो हिंदु देवी-देवताओं का मजाक बनाकर करोड़ों कमा लेते थे. आमिर खान को ये सोचना चाहिए कि बार-बार ‘पीके’ जैसी फिल्मों की तरह अजीबो-गरीब हुलिया दिखाकर वो एक्टिंग के बादशाह नहीं बन सकते और अगर ऐसे ही चलता रहा तो एक दिन सचमुच में उन्हें पाकिस्तान, चीन और तुर्की के लोगों लिए ही फिल्म बनानी पड़ेगी क्योंकि भारत में तो आमिर खान की फिल्में चलने से रही !

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