आम आदमी पार्टी और दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल ने पहले दिल्ली को अपने भ्रष्ट नेताओं के साथ मिलकर बर्बादी के कगार पर पहुंचा दिया और उसके बाद पंजाब में सरकार बनते ही भ्रष्टाचार का खेल शुरु कर दिया. दोनों राज्यों के ही मंत्री भ्रष्टाचार के मामलों में नपते जा रहे हैं। ताजा मामला दिल्ली का ही है जहां राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ED की हिरासत में हैं.

इन सबके बीच सत्येंद्र जैन पर ED की कार्रवाई के बाद सवाल ये भी उठ रहे हैं कि इसके पीछे के असली खिलाड़ी तो अरविंद केजरीवाल हैं. खुद पर किसी तरह की कोई आंच ना आए इसलिए सत्येंद्र जैन को आगे कर दिया गया है . दरअसल केजरीवाल का इतिहास रहा है कि राजनीति में आगे बढ़ने के लिए वे अपने करीबियों तक को ठगने से पीछे नहीं हटे हैं. चाहे वो कुमार विश्वास हों या फिर योगेंद्र यादव. इसमें कोई संशय नहीं कि इस लिस्ट में अगर अगला नाम दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का होता है तो कोई हैरानी की बात नहीं होगी। दरअसल केजरीवाल के ताजा बयान को सुन कर तो ऐसा ही लग रहा है कि अब केजरीवाल राजनीति में और उंचे पायदान पर चढ़ने के लिए मनीष सिसोदिया को बलि का बकरा बनाने का मौका ढूंढ रहे हैं.

केजरीवाल ने हाल में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी की भविष्यवाणी की। सत्येंद्र जैन के हवाला केस में गिरफ्तारी के बाद अरविंद केजरीवाल ने दावा किया कि अब अगला नंबर मनीष सिसोदिया का है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि अब मनीष सिसोदिया को फर्जी केस में फंसाने का षड्यंत्र रचा जा रहा है।

केजरीवाल ने कहा, “कुछ महीनों पहले ही मैंने केंद्र सरकार द्वारा फर्जी केस में फंसाकर सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार करने की बात कह दी थी। अब उन्हीं सूत्रों के हवाले से ही मुझे जानकारी मिली है कि केंद्र सरकार अब मनीष सिसोदिया को गिरफ्तार कराने वाली है। इसके लिए एजेंसियों को फर्जी केस तैयार करने को कहा गया है।“

देखने वाली बात ये है कि अभी गिरफ्तारी सत्येंद्र जैन की हुई है , जेल में वो हैं। तो फिर इस बीच मनीष सिसोदिया कहां से आ गए ? कहीं केजरीवाल किसी मौके की फिराक में तो नहीं हैं कि जैसे ही मौका मिले और मनीष सिसोदिया के पंख कुतर दिये जाए !

भले ही अरविंद केजरीवाल आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष हों, लेकिन सिसोदिया के पास केजरीवाल से भी ज्यादा शक्तियां हैं। ऐसे में केजरीवाल को शायद असुरक्षा की भावना सताने लगी है कि कहीं आने वाले समय में सिसोदिया उनकी जगह ना ले लें। ऐसे में अगर सिसोदिया भी जांच के दायरे में आते हैं तो केजरीवाल को एक बार फिर विक्टिम कार्ड खेलने का मौका मिल जाएगा . जो वो सत्येंद्र जैन की गिरफ्तारी के बाद कर रहे हैं और इसका राजनीतिक माइलेज लेने की कोशिश भी केजरीवाल जरुर करेंगे । राजनीति में आगे बढ़ने के लिए केजरीवाल ने शुरूआत से ही अपने करीबियों का इस्तेमाल किया है. ऐसे में अगर अगला नंबर मनीष सिसोदिया का आता है तो समझ जाइए कि ये सारा खेल खुद केजरीवाल खेल रहे हैं और बलि का बकरा अपने मंत्रियों को बना रहे हैं !

 

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