ईसाई धर्म और इस्लाम की बहस बीते कई दशक से लगातार चर्चा का विषय रही है । पोप फ्रांसिस से सीधे भिड़ने वाले धर्मगुरु  रॉबर्ट सारा को वेटिकन सिटी ने अपने पद से हटा दिया है। बताया जा रहा है कि रॉबर्ट सारा धार्मिक मामलों को लेकर पोप फ्रांसिस से सीधे भिड़ गए थे। उन्होंने यूरोप में बढ़ती शरणार्थी समस्या को इस्लाम से जोड़ते हुए वेटिकन सिटी से तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की थी। रॉबर्ट सारा ने कहा था कि अगर शरणार्थियों की बाढ़ ऐसी ही आती रही तो पूरी दुनिया में जल्द ही इस्लाम का हमला शुरू हो जाएगा।

बताया जा रहा है कि पोप फ्रांसिस ने कार्डिनल रॉबर्ट सारा की इस्तीफा तत्काल स्वीकार कर लिया है। रॉबर्ट सारा अफ्रीकी देश गिनी के रहने वाले हैं। उन्होंने पिछले 20 साल में वेटिकन सिटी में कई महत्पूर्ण पदों पर काम किया है। वर्तमान में वे वेटिकन सिटी के पूजा और धार्मिक अनुष्ठान के मामलों को देख रहे थे। वेटिकन ने शनिवार को ऐलान किया कि कार्डिनल सारा अपने पद को छोड़ रहे हैं।


गौरतलब है जिस तरीके से फ्रांस ब्रिटेन स्पेन जैसे कई देशों में लगातार मुसलमानों की तादाद बढ़ रही है उसे देखते हुए यूरोप में यह चर्चा का विषय बन गया है कि क्या 2050 तक यूरोप मुसलमानों के अधीन हो जाएगा ? ऐसे में शरणार्थियों की समस्या पर लगातार कई लोग इशारा कर रहे हैं कि यदि यूरोप ने जल्द से जल्द शरणार्थियों की समस्या को नहीं रोका तो भविष्य में यूरोप के कई देश इस्लाम के अधीन हो जाएंगे।

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