बीजेपी की प्रवक्ता रहीं नूपुर शर्मा के पैगंबर मोहम्मद पर टिप्पणी करने के बाद दुनिया के कई इस्लामिक देश और कई मौलाना भारत से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने को लेकर भारत पर दबाव बना रहे हैं. ऐसा ही एक मुल्क है कतर जो अपना प्रोपगेंडा चला कर भारत के आंतरिक मामलों में कूद रहा है, लेकिन 30 लाख की आबादी वाला कतर आज भी अनाज और फलों के लिए भारत पर निर्भर है।

नुपुर शर्मा प्रकरण को लेकर बाकी इस्लामिक देशों की आड़ में कतर जिस तरह से भारत की तरफ आंखें तरेर रहा है उस मुल्क में हिंदुओं की हालत सुनकर आप थोड़ी देर के लिए जरुर कहेंगे भारत जैसा न कोई देश है न ही कभी होगा. दरअसल कतर में रहने वाले हिंदुओं के किसी परिजन की मृत्यु होने पर उन्हें या तो दफनाना पड़ता है या फिर अंतिम संस्कार के लिए शव को भारत लाना पड़ता है। क्योंकि कतर एक इस्लामिक देश है और वो अपनी जमीन पर हिंदुओं को मौत के बाद अंतिम संस्कार करने की अनुमति नहीं देता है।

लेकिन इसी बीच भारत सरकार की पहल रंग लायी है जिसके मुताबिक अब भारत ने कतर सरकार से वहां रहने वाले हिंदुओं के पूजा स्थल के लिए जमीन और अंतिम संस्कार के लिए श्मशान भूमि देने के लिए कहा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उपराष्ट्रपति एम वैंकया नायडू हाल में ही कतर, गेबान और सेनेगल की आठ दिवसीय यात्रा से भारत लौटें हैं।

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