योगी सरकार के बाद अब कर्नाटक सरकार ने भी जबरन किए कराए जा रहे धर्मांतरण पर सख्त रुख अपनाते हुए उसके खिलाफ कानून लाने की तैयारी कर ली है ।

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बाश्वराज बोम्मई ने खुद ही ये जानकारी मंगलवार को साझा करते हुए बताया कि राज्य में मिश्नरीज़ द्वारा लगातार किए जा धर्मांतरण और उसमें भी धोखे , लालच , और जबरन धर्म परिवर्तन कराए जाने की घटनाओं और इस बाबत शिकायत प्रशासन को मिलते रहने के कारण ये बहुत जरूरी हो गया था कि इन सबकी रोकथाम के लिए कोई विशेष क़ानून पारित किया जाए।

राज्य के गृह मंत्री ने भी इसी बात की तस्दीक करते हुए बताया की किस तरह से धर्मांतरण को एक छिपे एजेंडे के तहत जानबूझ कर अलग अलग तरीके के जला फैलाकर बढ़ाया जा रहा है जो अब साधारण लोगों के लिए एक नासूर की तरह हो गया है। उन्होंने बताया कि 15 से 20 हज़ार रूपए देकर किसी को धर्म परिवर्तन के पाश में फँसाया जा रहा है। खुद उनकी माँ का भी किसी ऐसे ही धर्म परिवर्तन कर दिया।

एक वरिष्ठ विधायक के जी बोपय्याह जी ने बताया कि कैसे चर्च और स्थानीय मिशनरीज़ धर्म परिवर्तन की आड़ में अनेक तरह के अवैध कार्यों में लिप्त हैं। और योगी सरकार की तरह कर्नाटक सरकार को भी अविलम्ब एक सशक्त क़ानून की जरूरत है जिससे इस धर्म परिवर्तन के सारे घिनौने व्यापार पर नियंत्रण लगया जा सके।

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