कहाँ हैं दलजीत , योगराज ,स्वरा और सिद्धू जैसे किसान : जहर बो कर निकल लिए

पिछले 100 दिनों से सड़कों शहर , लालकिले पर तरह तरह के करतब स्टंट और मीडियाबाजी से दुनिया भर में भारत का नाम बदनाम...

कैसे आंदोलनकारी हो रे खालिस्तानी खरगोशों :जेल जाने से बचने के लिए चूहे के बिल में छिप गए?

बचपन से जैसे एक झूठ को बार बार रटाया जाता रहा है कि “दे दी हमें आजादी बिना खड्ग बिना ढाल ” (वैसे जिनकी...

शहरी नक्सल को ऐसे पहचानिए

वामपंथी इतिहासकार रोमिला थापर ने सरकार से ‘शहरी नक्सली’ शब्द को परिभाषित करने की मांग की है। कमाल देखिये की अपने आपको बुद्धिजीवी कहलवाने...

26 जनवरी :गणतंत्र दिवस :हम जवानों की परेड का दिन है : ये तोपें दिखाने का दिवस है ,ट्रैक्टर नहीं -किसान भाइयों

जय हिन्द। जय जवान -जय किसान। बचपन से , ये न सिर्फ ये पढ़ते समझते हुए बड़ा हुआ हूँ बल्कि खुद महसूसता हुआ आया...

कैंसर पीड़ित माँ को देखने जा रही दो बहनों का सामूहिक बलात्कार :सभी आरोपी हैं मुग़ल हैवान

एक बार फिर से इंसानियत को तार तार करते हुए कुछ मुग़ल हैवानों ने कैंसर पीड़ित माँ को अस्पताल में देखने जा रही दो...