हिंदुस्तान को आजादी एक खास परिवार और खास पार्टी के जरिए नहीं मिली है। हिंदुस्तान को आजादी देश के महान क्रांतिकारियों के बलिदान, त्याग, समर्पण से भी मिली है। क्रांतिकारियों के लिए बम बनाने वाले भगवतीचरण बाबू और दुर्गा भाभी का नाम इतिहास की किताबों में नहीं पढ़ाया जाता क्योंकि अगर उनके बारे में पढ़ाया जाएगा तो नेहरू ,गांधी और कांग्रेस पार्टी की किस्सागोई का महिमा बखान कैसे हो सकेगा ।भारत देश दुर्गा भाभी का हमेशा ऋणी रहेगा जिन्होने देश की आजादी के लिए सर्वस्व न्योछावर कर दिया था। देश आजादी के बाद भी दुर्गा भाभी ने अनेको सामाजिक कार्य किये है। लखनऊ में भी दुर्गा भाभी ने लखनऊ मोन्टेसरी स्कूल बनाया जहाँ अनेको लोगों ने शिक्षा पाई।
दुर्गावती देवी – “दुर्गा भाभी” के नाम से क्रांतिकारियों के बीच मशहूर इस महिला ने भारत के स्वतंत्रता आंदोलन में चन्द्र शेखर आजाद जी को पिस्टल उपलब्ध कराई, सांडर्स वध के बाद भगत सिंह को लाहौर से निकलवाने में मदद की, विधवा होने के चार महीने बाद अंग्रेजों पर बमबारी की…मगर किसी किताब में इनका जिक्र नहीं मिलता है ।
कर्जदार हैं हम आपके, माफ़ी चाहते हैं । भारतीय इतिहास में आपको उचित स्थान नही प्राप्त हुआ और ना ही आधुनिक पाठ्य पुस्तको में कुछ भी आपके बारे में बताया गया है। अफसोस है अब तो केवल बच्चो को चिंटू मिंटू की कहानिया पढाई जाती हैं।
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