भारत के अलग-अलग इलाकों में खास समुदाय की तरफ से हिंदुओं का धर्म भ्रष्ट करने की पूरी कोशिश की जा रही है. कट्टरपंथियों की घिनौनी हरकत खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही है. ये विशेष समुदाय के लोग कभी थूक जिहाद, कभी लैंड जिहाद तो कभी जल जिहाद करते हिंदुओं को निशाना बना रहे हैं.
इसी कड़ी में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बरेली में जूस की एक दुकान से मांस मिलने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि जूस में मिलाए जाने वाली बर्फ के बीच एक काले रंग की पॉलीथिन में छिपा कर मांस को रखा गया था। रिपोर्ट के मुताबिक एक स्थानीय नागरिक ने इसकी जानकारी हिन्दू संगठनों को दी। हिन्दू संगठनों ने जूस बेचने वाले फैजल नाम के आरोपी को पकड़कर पुलिस को सौंप दिया।
बरेली में ताज़ा गन्ने का जूस। बस बर्फ़ थोड़ा नॉनवेज टाइप है। pic.twitter.com/kMH1SzGmPh
— SANJAY TRIPATHI (@sanjayjourno) November 9, 2022
वहीं आरोप ये भी है कि पकड़े जाने पर जूस बेचने वाले फैजल ने अपना नाम राहुल बता डाला. फिलहाल पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक घटना प्रेमनगर थानाक्षेत्र के डीडी पुरम इलाके की है। यहां पेट्रोल पम्प के बगल में फैजल की जूस की दुकान है। जूस के बोर्ड पर सच्चाई, सफाई और पवित्रता लिखा हुआ है।
दरअसल हाल के दिनों में विशेष समुदाय के दुकानदारों ने कपड़े पर थूक, फल पर थूक, रोटी-तंदूरी पर थूक, दूध में थूक, बेकरी में थूक, पानी पर थूक यहां तक की बालों पर भी थूकने की कला में महारत हासिल करते हुए ये जिहादी मानवता का गला घोंटने का काम कर रहे हैं. हिंदुओं पर प्रहार करना हिंदु धर्म को भ्रष्ट करना और आतंक को बढ़ावा देना इन कट्टरपंथियों को खूब रास आता है। जिहाद के नाम पर विशेष समुदाय हिंदुओं को निशाना बना रहे हैं. ऐसे मुसलमान दुकानदारों का एकमात्र एजेंडा हमारा धर्म भ्रष्ट करना होता है. इन सबसे मुकाबला करने के लिए एकमात्र विकल्प है इनका आर्थिक बहिष्कार किया जाए. ऐसे लोगों के पास कोई भी चीज हमें खरीदना बंद करना होगा भले ही इसके लिए हमें हिंदु दुकानदार को एक रुपया ज्यादा क्यों ना देना पड़े इसके लिए घर से थोड़ा दूर क्यों ना जाना पड़े.
DISCLAIMER: The author is solely responsible for the views expressed in this article. The author carries the responsibility for citing and/or licensing of images utilized within the text.