विगत कई वर्षों में भारत व फ्रांस में जिस प्रकार मैत्री संबंध स्थापित हुए हैं वह भारत की कुशल विदेश नीति का परिणाम है। हाल ही में भारतीय सरजमीं पर राफेल की गड़गड़ाहट सुनाई दी जो कि फ्रांस की डसाल्ट एविएशन द्वारा निर्मित है अभी तक हमें ८ राफेल विमान प्राप्त हो चुके हैं जो भारतीय वायुसेना की ताकत में इजाफा करने का कार्य कर रहे हैं। हांलांकि यह भी सत्य है कि बिना किसी विशेष लाभ के कोई भी देश व्यापारिक संबंध स्थापित नहीं करता यहां पर दोनों देशों के अपने अपने लाभ होते हैं।

फ्रांस भारत का व्यापारिक और रणनीतिक साझेदार साबित हो रहा है तथा दिन प्रतिदिन रक्षा सौदों में इजाफा हो रहा है। भारतीय नेवी में अभी शामिल की गई पनडुब्बी फ्रेंच स्कार्पियन पनडुब्बी की ही बात करें तो यह भारत में ही निर्मित की जाएगी तथा फ्रांस सरकार तकनीक ट्रांसफर के लिए भी तैयार हैं यह भारत के आत्मनिर्भर मिशन के लिए भी शुभ संकेत है।

भारतीय नेवी का विशेष प्रोजेक्ट फ्रांस सरकार की मदद से पूरा हो रहा है इसी के तहत फ्रेंच स्कार्पियन की ६ पनडुब्बियों को बनाने का कार्य किया जा रहा है तथा तकनीक को साझा करने का कार्य हमारे लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि भविष्य में हम उसके सहायता से और भी पनडुब्बियों का निर्माण कर पाएंगे।।भारत फ्रांस के मजबूत होते आपसी रिश्ते भारत के विकास में मील का पत्थर है तथा अमेरिकी रक्षा सौदों पर हमारे निर्भरता को कम करने का कार्य कर रहे हैं।।

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