बिहार के पूर्णिया में इस्लामिक जिहादियों द्वारा महादलितों पर हिंसक हमला किया गया है। बुधवार आधी रात को सैंकड़ों मुसलमानों की हथियारों से लैस भीड़ ने हमला कर लगभग दो दर्जन घरों को आग के हवाले किया. मेवा लाल राय नामक हिन्दू महादलित की नृशंस हत्या कर दी, गर्भवती महिला का सिर फोड़ दिया, अन्य बहन-बेटियों, बच्चों और बुजुर्गों तक पर अमानवीय अत्याचार तथा धारदार हथियारों से हमले किए। विश्व हिंदू परिषद का आरोप है कि इन हमलावरों में बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुस्लिम घुसपैठिए भी शामिल थे।
दरअसल महा दलितों की इस बस्ती पर जो 150 लोग आए थे, वो मुस्लिम समुदाय के थे। जमीन का मसला रिजवी शाकिद और इलियास का व्यक्तिगत मामला है। बाकी लोग उसके समर्थन में बस इसलिए आए थे, क्योंकि वह मुस्लिम है। पूरी भीड़ मुस्लिम समुदाय की मदद करने के लिए आई थी। यही तीन लोग बाकी लोग को भड़का कर लाए थे।
दरअसल इस बस्ती में60 -70 महादलितों का घर है, जिसमें से 14-15 घरों को जला दिया गया है। घटना के तीन दिन बीतने पर भी न तो अपराधी पकड़े गए और न ही पीड़ितों की सुरक्षा, सहायता या पुनर्वास के विषय में कुछ हुआ. हिंदूू संगठनों की मांग है पीड़ित परिवारों की सुरक्षा, आर्थिक सहायता और पुनर्वास हेतु स्थानीय प्रशासन द्वारा सार्थक कदम अबिलंब उठाए जाएं।
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