तनिष्क ज्वेलरी, अमेज़न प्राइम, अनअकैडमी और अब इसके बाद फैब इंडिया… ये सब हर भारतीय पर्व परंपरा को उसकी जड़ों से उखाड़ कर फेंकने के लिए तत्परता से काम कर रहे हैं। बीजेपी नेता तेजस्वी सूर्या (Tejasvi Surya) ने सोमवार को कपड़ों के ब्रांड फैबइंडिया (Fabindia) के एक एड कैंपेन पर आपत्ति जताई है, जिसमें उसने दिवाली को “जश्न-ए-रिवाज” बताया था, सूर्या ने कहा कि यह “जानबूझकर किया गया दुस्साहस” है। इतना ही नहीं ट्वीट में, सूर्या ने कहा कि फैबइंडिया को “ऐसे जानबूझकर किए गए दुस्साहस के लिए आर्थिक कीमत चुकानी होगी।”

BJP युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सूर्या ने एक ट्वीट में कहा, “दीपावली जश्न-ए-रियाज़ नहीं है। पारंपरिक हिंदू परिधानों के बिना मॉडल का चित्रण करने वाले हिंदू त्योहारों के अब्राह्मीकरण के इस जानबूझकर प्रयास को बाहर किया जाना चाहिए।”

अब्राहिमी धर्म उन धर्मों को कहते हैं, जो एक ईश्वर को मानते हैं। साथ ही अब्राहम को ईश्वर का दूत मानते हैं। इनमें यहूदी, ईसाई, इस्लाम और बहाई धर्म आदि शामिल हैं। एकेश्वरवादी सिद्धांतो के यह धर्म मध्य-पूर्व एशिया में पनपे थे।

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