नेपाल की हड़पी जमीन ,और “वो गंदे वाला कार्टून” भी दिखाया : चीन ने अपने दोस्तों की कह कर ले ली

मजा तो आपको शीर्षक पढ़ के आ गया होगा , अरे मैं सनातनियों भारतीयों से कह रहा हूँ (मुगलों की हालत अभी ऐसी नहीं है कि उनसे मजे लिए जाएं ) , तो मजा तो आया ही होगा ये जानकार की इस दुनिया का सबसे मक्कार धूर्त और चमगादड़ छिपकली खाने वाला घिनौना देश चीन कभी किसी का सगा नहीं रहा |
वो तो ले_रू जी की कमसिन नादानी थी जो हमें चीनियों का भाई करार देने पर तुल गए थे , जाने कौन से अश्लील ,,,ओह। .मेरा मतलब पंचशील वाला कोई वैक्सीन का अविष्कार भी किये थे , बस उसके बाद थोड़े दिनों तक तो चीन एक अच्छी छोटी बहन की तरह हिंदी चीनी भाई भाई खेलता रहा , फिर एक दिन चुपके से मौक़ा पाकर , दाँत काट लिया |
अब ऐसे में आदतन पापी चीन आखिर करे भी तो क्या करे , गलवान में हमारे पैलवान भाइयों ने ऐसे गर्दन उखाड़ी हो जैसे बल्लम भैया खेत से गाजर मूली उखाड़ देते हैं , सो थक हार कर चीन ने अपने नए नए मित्रों के तशरीफ़ में ऐसा कोरोना फैला दिया है कि , वे सेनेटाइजर के लायक भी नहीं रहे |
एक तरफ टीवी पर चार्ली हेब्दो का चीनी वर्जन लांच कर दिया वो अपने टीवी पर , अब बताइये | जिनकी पूँछ में पहले से ही आग सुलग रही हो वहां आप पेट्रोल छिड़क कर दोस्ती निभा रहे हैं | इमरान खान तो सुना है कह रहा है की “बिग बॉस ” के घर में बंद कर दो मुझे ,या अल्लाह |
उधर चीन की मीठी गोली अपने पोपले मुंह में दाबे नेपाल के ओली , इधर भारत के साथ “अयोध्या यहां है , यहां है ” खेलते रहे , नक़्शे आदि की चित्रकारी सीखते रहे उधर चीन ने फिर से हरकत करते हुए , नेपाल की सीमा पर लगे सारे खम्बों को उखाड़ के फेंक दिया कर 150 हेक्टयेर की नेपाली जमीन पर घुस कर , अपना कोरोना वाला तम्बू बम्बू नेपाल में गाड़ दिया |
चीन इस लेवल का हरामखोर देश है कि , कुछ करना तो दूर , इन दोनों में से कोई चूँ भी नहीं करेगा | अभी तो ओली बेचारा अपने मन से अपनी डायरी में नेपाल का नक्शा काट कर आया ही था , सेल्फी वुल्फ़ी भी नहीं हुई थी कुछ ख़ास , अरे हाँ अयोध्या वाला प्लाट भी काटना था , मगर इस चीन ने तो सब कुछ बोले तो सब कुछ ही गड़बड़ कर दिया | हालांकि ओली का कहना है कि चीन “सोशल डिस्टेंसिंग ” का उल्लंघन कर रहा है ,हम चालान काटेंगे इसका |
इमरान खान ने भास्सप मैसेज करके (बाहर निकलने पर बाजवा ने स्टे लगा दिया है ) एकदम महीन आवाज में बताया कि , हम तो बुरे फंसे हुए हैं , आधा देश इनके चंगुल में है (बाकी के तो खच्चर हैं जी उन्हें उतनी नॉलेज नहीं होती यहां ,मदरसे हमारे पहले ही फुल चल रहे हैं ) ,जमीन जायदाद तो दूर कई बेगम जान लोगों को भी लिए चले गए हैं | बताइये चीन को तो ये भी नहीं कह सकते ही परमाणु बम मार देंगे | कोरोना से पहले भी कौन सा कुछ ठीक था जी ,कैसे कैसे करके गुजर बसर हो रही क्या बताएं |
रहने दो छड्डो , IPL देखते हैं , ओह्ह्हो , इस वारि एना ने अपने मुंडे नहीं न खलाए , मैं सिद्धू नू कॉल करके बोलना जरूर ए , ई गल |
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