भारत में तबाही मचा रही कोरोना की दूसरी लहर से लड़ने के लिए केन्द्र सरकार युद्धस्तर पर कार्य कर रही है। इसी के साथ केंद्र सरकार ने 18 वर्ष से ऊपर के सभी लोगो को 2021 के अंत तक कोरोना टीकाकरण के अभियान को पूरा करने का रोडमैप प्रस्तुत कर दिया है।
इस साल के अंत तक 18 वर्ष की आयु से अधिक के सभी लोगो को कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज़ लग जाएंगे। जुलाई तक 51.6 करोड़ वैक्सीन के डोज़ की उपलब्धता होगी।
जिस प्रकार से काँग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियां वैक्सीन की कमी पर लगातार केन्द्र सरकार पर तंज कस रहे थे उसे देखते हुए केन्द्र सरकार ने देश के लोगो के प्रति अपनी निष्ठा और जिम्मेदारी को सबके सामने दर्शाया है ताकि सभी विपक्षियों को ये साफ समझ आये की केन्द्र सरकार देश की आम जनता की जान और माल को लेकर बहुत गंभीर है।
• वैक्सीन टास्क फ़ोर्स प्रमुख डॉ. पाल ने लगाया चीन के आकड़ो पर प्रश्नचिन्ह
चीन ने जिस प्रकार से अपने देश मे कोरोना वैक्सीनेसन का आंकड़ा जाहिर किया है उसपर सवालिया निशान उठाते हुए वैक्सीन टास्क फ़ोर्स के प्रमुख डॉ. वी.के. पाल ने कहा कि अमेरिका ही पूरे विश्व मे एक अकेला ऐसा देश है जिसने कोरोना वैक्सीन की अब तक 25 करोड़ डोज़ लगा दी है और इसका कारण ये भी है कि अमेरिका में टीकाकरण भारत से एक महीने पहले ही शुरू हो गया था।
उन्होंने कहा कि अमेरिका जैसे सम्पन्न देश को 17 करोड़ कोरोना का टीका लगाने में 115 दिन लग गए थे। वही भारत जिसके पास सीमित संसाधन है बावजूद इसके भारत ने 114 दिनों में कोरोना वैक्सीन के 17 करोड़ डोज़ लगा दिए।
कोरोना वैक्सीन की मौजूदा उपलब्धता और भविष्य के रोडमैप पर बात करते हुए डॉ पाल ने कहा कि केंद्र सरकार ने अब तक कुल 35.6 करोड़ कोरोना वैक्सीन के डोज़ का आर्डर दे दिया है।
इनमें कोवैक्सीन और कोविशील्ड की 27.6 करोड़ डोज़ है। जुलाई तक इन सभी वैक्सीन की आपुर्ति निश्चित है और इसके प्रति केन्द्र सरकार गंभीर भी है।
• वैक्सीन का पूरा उत्पादन भारत मे ही होगा
केंद्र सरकार द्वारा तैयार की गई इस खास प्रकार के टीकाकरण का उत्पादन भारत मे ही होगा। सारे कोरोना वैक्सीन के डोज़ भारत मे ही बनेंगे। नीति आयोग की सदस्यता और वैक्सीन के लिए बनाई गयी खास प्रकार की टास्क फोर्स के प्रमुख डॉ. वी. के. पाल कहते है कि वैक्सीन की उपलब्धता बढ़ाने के लगातार प्रयास किए जा रहे है।
इन प्रयासों के परिणाम आप सभी के सामने आगामी महीनों से दिखने भी लगेंगे। वैक्सीन पर हो रही बेवजह की आलोचनाओ को सीधे तौर पर जवाब देते हुए डॉ पाल ने कहा कि किसी को भी वैक्सीन की आपूर्ति पर सवाल उठाने से पहले ये ध्यान रखना चाहिए कि भारत 17.5 करोड़ से अधिक कोरोना वैक्सीन की डोज़ बनाकर पूरे विश्व मे तीसरे सबसे बड़े कोरोना वैक्सीन उत्पादक के रूप में उभरा है।
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