भारत देश की संस्कृति में गाय और गंगा पूरी श्रद्धा के साथ बची हुई है समय-समय पर गाय और गंगा की रक्षा के लिए पूरे देश के तमाम इलाकों से आवाजें उठती हैं। ऐसे में यदि जनता की आवाज सुनकर सरकार इस पर प्रतिक्रिया दे तो इसे सराहनीय कदम कहा जाना चाहिए। हरियाणा सरकार ने गौ रक्षा के लिए एक कदम और बढ़ा दिया है। अब हर जिले में काऊ टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा। इस बारे में नवंबर 2020 में फैसला लिया गया था। अब इस फैसले का नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। नोटिफिकेशन जारी होने के बाद अब टास्क फोर्स का गठन शुरू कर दिया जाएगा। इसके तहत जिला स्तर पर 11 सदस्यीय स्पेशल काऊ टास्क फोर्स बनाई जाएगी।

इस टास्क फोर्स में सरकारी और गैर-सरकारी सदस्य शामिल होंगे, जिनमें पुलिस, पशुपालन, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के अधिकारी, गौ-सेवा आयोग, गौ-रक्षक समितियों के सदस्य और 5 गौ-सेवक शामिल होंगे। टास्क फोर्स बनाने का मुख्य उद्देश्य राज्यभर में मुखबिरों और उनके खुफिया नेटवर्क के माध्यम से मवेशियों की तस्करी और गौकशी के बारे में जानकारी जुटाना और मुखबिरों से मिली जानकारी के बाद अवैध गतिविधियों पर तुरंत कार्रवाई करना है। टास्क फोर्स से पहले हरियाणा सरकार गौ-संवर्धन एक्ट भी लागू कर चुकी है। इसके तहत गौ-तस्करी के मामले में उम्रकैद तक की सजा का प्रावधान है।

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