इस्लामिक आतंकवादी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया(PFI) पर बैन लगने के बाद भी वो साजिश रचने से बाज नहीं आ रहा है. बीते दिनों जिस तरह से NIA ने पीएफआई के अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी कर इसके मंसूबों को ध्वस्त कर दिया उसे देखकर तो यही लग रहा है मानो वो तिलमिला उठा है.

चरमपंथी मुस्लिम संगठन PFI सहित उससे जुड़े 8 संगठनों पर केंद्र सरकार द्वारा 5 साल का बैन लगाने के बाद गुजरात पुलिस और ATS ने एक और बड़ी कार्रवाई की है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक PFI के साथ संबंध की आशंका पर वडोदरा पुलिस और गुजरात ATS की टीम ने एक मदरसे को सील किया है। NIA और ED सहित तमाम जांच एजेंसियों की छापेमारी की कार्रवाई के बाद 28 सितंबर को केंद्र सरकार ने PFI पर बैन लगाने का नोटिफिकेशन जारी किया था। इस संगठन पर देश में आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने और साम्प्रदायिक आधार पर लोगों में नफरत पैदा करने का आरोप है।

ACP क्राइम ने बताया कि स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप की टीम को जानकारी मिली थी कि एक मस्जिद में कुछ गतिविधि चल रही हैं। प्रतिबंधित संगठन ऑल इंडिया इमाम काउंसिल की बैठक भी हुई थी, जिसको लेकर हमने छानबीन की और उस जगह को सील किया है। हम मस्जिद के ट्रस्टी को बुलाकर पूछताछ कर रहे हैं।

इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि पीएफआई का प्रभाव देश के कई राज्यों में फैल चुका है. और ये मुसलमानों के बीच गहरी पैठ रखता है. पीएफआई लाख दावे करे कि ये संगठन मुस्लिमों की भलाई के लिए काम करता है. लेकिन PFI ने किस तरह से देश को दंगों की आग में झोंकने की कोशिश की है इसके कई उदाहरण हमारे सामने हैं.

DISCLAIMER: The author is solely responsible for the views expressed in this article. The author carries the responsibility for citing and/or licensing of images utilized within the text.