उफ़्फ़ , ये तो समझिये कि तौबा तौबा का मकाम है जी , फेसबुक , व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम के पप्पा जुकरबर्ग के दिन वैसे ही क्या कम बुरे चल रहे हैं जो अब उसके खिलाफ फतवा भी जारी होने लगा। लेकिन रुकिए जी।
फतवा फेसबुक , या जुकरू के खिलाफ होता तो भी एक मिनट को बर्दाश्त किया जा सकता था लेकिन फतवा जारी भी हुआ तो किसके खिलाफ एक बेचारे निरीह से इमोजी (हा हा हा ) वाले छोटे से पीले इमोजी के खिलाफ।
बांग्लादेश में (यानि अब बांग्लादेश की भी ऐसी हैसियत और हिम्मत हो गई है कि वो फतवा जारी कर सके ) में एक मौलाना अहमदुल्लाह ने अभी हाल ही में फेसबुक के ईमोजी को इस्लाम के अनुसार सरासर हराम घोषित करते हुए उसके विरूद्ध फतवा जारी करने का फरमान जारी किया।
इस बेचारे हाहाहा वाले इमोजी को पता भी नहीं होगा कि उसका इस्तेमाल हँसने मुस्कुराने के प्रतीक के रूप में दिखाने के सजा उसे इस कदर दी जाएगी कि बांगलदेश के तालिबानी उसे भी कोड़े मारने लगेंगे।
लोगों का कहना है कि मौलाना जी को पूरी लिस्ट जारी करके बताना चाहिए कि कौन कौन सी इमोजी हैं जो हराम हैं ताकि उन सबको एक साथ सज़ा सुनाई जा सके। वल्लाह ये लिल्लाह हो गया
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