हमारी बेटियों पर हर पल, हर रोज खतरा मंडरा रहा है, चाहे राजधानी दिल्ली हो, बिहार हो राजस्थान हो या फिर झारखंड. हमारी बेटियां कहीं महफूज नहीं हैं. कोई भी ऐसा दिन नहीं गुजरता है जब देश के किसी हिस्से में बेटियों के साथ बलात्कार की खबरें नहीं आती . कहीं 4 साल की तो कहीं, 8 साल के मासूम बच्चियों के साथ हर रोज दरिंदगी हो रही है. और हम कहते हैं कि हम सभ्य समाज में रहते हैं. बुधवार के दिन जब दिल्ली में बच्ची से रेप के बाद सोशल मीडिया पर इंसाफ की मांग की जा रही थी तब बिहार में भी एक मासूम दरिंदगी की शिकार हो रही थी…

जी हां बिहार के मुंगेर जिले में से झकझोर देने वाली खबर सामने आयी है. जहां आठ साल की बच्ची जो कि दूसरी क्लास में पढ़ती थी पहले उसके साथ कुछ दरिंदों ने बलात्कार किया फिर बड़ी ही बेरहमी से उसकी हत्या कर दी. इतना ही नहीं इनके अंदर का जानवर इस कदर पागल हो गया था रेप के सबूत मिटाने के लिए कि इन आरोपियों ने बच्ची की आंखे निकाल. फिर उसकी उंगलियों को कुचल डाला. सोचिए जरा एक 8 साल की बच्ची कितनी मजबूर होगी, वो कितना तड़पी होगी, कितना चीखी होगी. जब उसे जन्म देने वाली मां ने उसके शव को देखा होगा, उसकी नन्ही उंगलियों को देखा होगा जिसे पकड़कर उसने चलना सिखाया था. ये सोच कर भी रुह कांप जाती है..

इस घटना के बाद से गांव के लोग बेहद गुस्से में हैं फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच में जुट गई है. पुलिस के मुताबिक बच्ची के पिता मछली पकड़ने का काम करते हैं,  उनकी आठ साल की बच्ची का शव गांव के भट्ठा के पास एक पेड़ के नीचे बरामद हुआ. यह घटना सफिया सराय थाना क्षेत्र के पुरवारी टोला फरदा गांव की है. गांव वालों का कहना है कि बुधवार को लागभग 1 बजे दोपहर मृत बच्ची अपने पिता के साथ गंगा घाट आई थी। उसके पिता उसे घर भेजकर खुद मछली मारने चले गए। वहीं जब बच्ची काफी देर तक घर नहीं पहुंची तो उसके परिजनों ने उसकी खोजबीन शुरू की लेकिन बच्ची का कहीं पता नही चला। गुरूवार सुबह ही बच्ची का क्षत-विक्षत शव बरामद हुआ।

इस मामले पर मुंगेर एसपी जगन्नाथ जला रेड्डी ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। पुलिस दोषियों की पहचान करने के लिए जांच में जुटी है। आरोपियों की पहचान होने के बाद उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।

हम बात करते हैं बेटियों के बेहतर भविष्य की, उन्हें उस काबिल बनाने की ताकि वो देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में अपना नाम रोशन करें. लेकिन समाज में इंसानों के रूप में रह रहे दरिंदे उनके सपनों को कुचल देते हैं, हर रोज आ रही ऐसी खबरों को देखने और पढ़ने के बाद हर बेटी का बाप, हर बेटी की मां एक पल के लिए जरुर सहम जाते होंगे, ऐसे हैवानों के लिए फांसी से कम कुछ भी मंजूर नहीं है.

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