हाल में संपन्न हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में पंजाब को छोड़कर सभी चार राज्यों उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में बीजेपी ने जीत का परचम लहराते हुए अपनी सरकार बनायी. इसमें कोई दो राय नहीं कि जिस तरह से बीजेपी ने इन विधानसभा चुनावों में भगवा लहराया है वो आने वाले दिनों में बीजेपी के लिए बेहद भी शुभ संकेत है. साथ ही जिन चार राज्यों में बीजेपी के जो मुख्यमंत्री बने हैं वे सभी एक गर्वित हिंदू हैं जो अपनी संस्कृति को संरक्षित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं.

इसी कड़ी में गोवा के मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत ने पुर्तगाली शासन के दौरान नष्ट किए गए सभी मंदिरों के पुनर्निर्माण और नवीनीकरण के लिए राज्य के बजट में 20 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। सावंत ने अपने बजट में 20 करोड़ रुपये के बजटीय आवंटन की घोषणा करते हुए कहा कि ,“पुर्तगाली शासन के दौरान गोवा के मंदिरों और अन्य सांस्कृतिक धरोहरों को नष्ट करने के लिए एक व्यवस्थित योजना थी। पर्यटन को बढ़ावा देने के हित में, हमें इन संरचनाओं के पुनर्निर्माण और नवीनीकरण की जरुरत है, ”मुख्यमंत्री ने राज्य के लिए “विरासत नीति” तैयार करने की सरकारी योजना की घोषणा की।

अपने बजट भाषण में सीएम सावंत ने कहा, “हमारे पूजा स्थल हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के प्रतीक हैं। गोवा में कई जगहों पर, हम कई मंदिरों को जीर्ण और उपेक्षित देख रहे हैं। पुर्तगाली शासन के दौरान इन सांस्कृतिक केंद्रों को नष्ट करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से कोशिशें की गई थीं। पर्यटन विकास को ध्यान में रखते हुए हमने इन मंदिरों और स्थलों के पुनर्निर्माण और जीर्णोद्धार के लिए 20 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। बता दें आपको इससे पहले दिसंबर 2021 में, सीेएम प्रमोद सावंत ने कहा था कि गोवा की मुक्ति के 60 वें वर्ष में वे उन मंदिरों के पुनर्निर्माण की पहल करना चाहते हैं जिन्हें पुर्तगालियों ने नष्ट कर दिया था।

जाहिर है मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेकर हिमंता बिस्वा सरमा तक, प्रमोद सावंत से लेकर पुष्कर धामी तक और एन बीरेन सिंह से लेकर बासवराज बोम्मई तक ये सभी भारतीय जनता के पार्टी के वैसे मुख्यमंत्री हैं जो अपनी धार्मिक हिंदू संस्कृति को जीवंत करने के लिए जोर-शोर से काम कर रहे हैं . ये सभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वैसे सिपाही हैं जो धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं. जिनका लक्ष्य भगवा ध्वज के तले पूरे भारतवर्ष में विकास की गंगा बहाना है.

 

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