आज के दिन यानि… 27 फरवरी 2002 के दिन…इस्लाम के कट्टरपंथी सिपाहियों ने मानव इतिहास का ऐसा शर्मनाक उदाहरण पेश किया था.. जिसकी मिसाल कभी नहीं मिल सकती…. और ना कभी मिलनी चाहिए..!गौरतलब है कि… कट्टरपंथी मुसलमानों ने गोधरा रेलवे स्टेशन में कुनियोजित ढंग से 59 कार सेवकों( 25 औरत,14 बच्चे) को जिंदा जला दिया था… इस शर्मनाक घटना का सबसे दुखद पहलू ये है कि कांग्रेस समर्थित मीडिया ने मुस्लिमों के इस कुकृत्य को छिपाने की भरपूर कोशिश की थी…!
फरवरी की सुबह जैसे ही साबरमती एक्सप्रेस गोधरा रेलवे स्टेशन के पास पहुंची, उसके S-6 कोच के अंदर भीषण आग की लपटें उठने लगीं और धुएं का गुबार निकलने लगा। जिससे कोच में मौजूद यात्री उसकी चपेट में आ गए। इनमें से ज्यादातर वो कारसेवक थे जो राम मंदिर आंदोलन के तहत अयोध्या में एक कार्यक्रम से लौट रहे थे। इस घटना के बाद पूरे गुजरात में सांप्रदायिक दंगे भड़क गए थे।
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