अभी हाल ही में जिस तरह से किसान आंदोलन हुआ और उसमें हिंदुओं के देवी देवताओं को खालिस्तानी इशारों पर गालियां दी गई। हिंदुओं को गाली देने वाले खालिस्तानी मानसिकता के लोग यह भूल गए कि गुरु गोविंद सिंह साहब जिन की आज जयंती है वे स्वयं मां भगवती भवानी के परम भक्त थे। आइए आपको बताते हैं गुरु गोविंद सिंह साहब की देवी भगवती के लिए की गई कठिन तपस्या व उनके जप के बारे में
प्रसिद्ध शक्तिपीठ नयना देवी हिमाचल के बिलासपुर जिला में है। पौराणिक मान्यता के मुताबिक मां सती के इस पावन स्थल पर नयन गिरे थे। जिसके बाद इस स्थल का नाम ही नयना देवी पड़ गया। बताते हैं कि नयना देवी में गुरु गोबिंद सिंह जी ने शत्रुओं का विनाश करने के लिए एक वर्ष तक देवी मां की कठिन तपस्या की थी। इस दौरान उन्होंने रोजाना देवी मां की स्तुति में हवन किया।  गुरु जी ने देवी मां के मंदिर में हवन और यज्ञ करने के लिए बनारस के एक पंडित को बुलाया था।

ऐसा कहा जाता है कि एक साल की तपस्या के बाद प्रसाद के रूप में मां भवानी ने गुरु गोबिंद सिंह जी को तलवार भेंट की थी। मां भवानी ने गुरू जी को विजयी भव का आशीर्वाद देते हुए कहा था कि उनका पंथ सदैव इस धरती पर मौजूद रहेगा। देवी मां की पूजा अर्चना करने के लिए गुरू गोबिंद सिंह ने 26 छंद भी लिखे हैं। जिसे पढ़कर सिख समुदाय के लोग पूजा अर्चना भी करते

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