हाथरस लड़की मर्डर केस में आरोपी सलाखों के पीछे हैं, फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट गठन हो रहा है..दोषियों को जल्द कड़ी सजा मिलेगी। मगर इन सबके बीच वामपंथी-जिहादी एकजुटता ने इस पूरे मुद्दे को सियासी रंग पहना दिया है। प्रियंका गांधी के लेफ्ट लिबरल सलाहकारों ने जैसे ही इस लड़की के नाम में छिपी हुई ‘बाल्मीकि’ जाति देखी…तो बाग बहार फील फैक्टर से उछल कर इन्होंने जहर बोना शुरू कर दिया। एक तो सेंटर में मोदी तो दूसरी तरफ यूपी में योगी…इसी जनादेश से इनका वजूद सूखा जा रहा है और ऐसे में कभी किसान तो कभी चीन तो अब ये लड़की ..ऐसे मुद्दों को पकड़कर ये लोग नाहक मोदी-योगी का विरोध करते हैं।
लड़की की हत्या की खबर जैसे ही कांग्रेस के कानों तक गई वैसे ही प्रियंका गांधी ने अपने रणनीतिक सलाहकारों से चर्चा कर इस मुद्दे पर जनता को भड़काने की ठानी। आग लगाने की योजना बनाते हुए तय किया गया कि लड़की के शव को कब्जे में लिया जाएगा और हाथरस,अलीगढ़,एटा के तमाम रास्तो को बंद कर सड़कों पर उपद्रव फैलाया जाएगा। मीडिया के वामपंथी सम्पादक इस दूषित राजनीति की कवरेज प्राइम टाइम पर करते हैं।
अगर वाकई में प्रियंका गांधी को दलित लड़की से हमदर्दी होती तो राजस्थान में पिछले 24 घण्टे में 7 लड़कियों से रेप हुए हैं, इस मुद्दे पर उनकी शातिर चुप्पी बयां कर रही है कि वो किस हद तक काईयां हैं। राजस्थान के मुद्दे पर वामपंथी मीडिया कभी कोई खबर नहीं दिखाएगा क्योंकि इससे इनकी एजेंडा सेटिंग बन्द हो जाएगी। जाहिर है ये लोग जहां भी BJP की सरकार देखते हैं , वहां अगर किसी दलित-पिछड़ी जाति की लड़की से कोई अत्याचार होता है तो उस मुद्दे को ये लोग हिंदुत्व में विभाजन करवाने के लिए उकसाते हैं।
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