किशन बोलिया की हत्या के मुद्दे पर पूरे अहमदाबाद में अब तक तनाव की स्थिति बनी हुई है। भारी मात्रा में पुलिस संख्या बल तैनात हैं ताकि हालात बेकाबू ना हो जाए। बड़ा सवाल उठता है कि आखिर सिर्फ एक सोशल मीडिया पोस्ट के चलते दिनदहाड़े एक युवक की गोली मारकर हत्या क्यों कर दी गई? आखिर ऐसी कट्टरपंथी सोच कूट-कूट कर कुछ लोगों के जेहन में क्यों भरी जाती है? आज भी सोशल मीडिया पर हजारों हिंदू देवी-देवताओं पर भद्दे कमेंट, मजाक और गाली वाली पोस्ट है मगर क्या कभी कोई हिंदू किसी की हत्या करता है?

अहमदाबाद जिले के धंधुका शहर के मोढवाडा-सुंदकुवा इलाके में मंगलवार शाम गोली मारकर की गई किशन बोळिया (भरवाड़) नामक युवक की हत्या के विरोध में धंधुका में लगातार चौथे दिन शुक्रवार को भी स्थिति तनावपूर्ण है। तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए शहर में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। इस मामले में पुलिस ने दो मौलवियों को हिरासत में लिया है। इनमें एक मौलवी अहमदाबाद का ही रहने वाला है। गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने खुलासा किया है कि इसी मौलवी ने हत्यारों को रिवॉल्वर व पैसे दिए थे।

किशन बोलिया की हत्या में अहमदाबाद और मुंबई के दो मौलवियों के शामिल होने की बात सामने आई है। बताया जा रहा है कि आरोपियों को हथियार अहमदाबाद के एक मौलवी द्वारा मुहैया करवाए गए थे। पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया है।

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