इन दिनों बिहार में IAS अफसरों का मिजाज सांतवे आसमान पर है. अपनी अफसरगिरी की ठसक में इन्हें मानों कुछ भी बोलने की आजादी मिल गई है. लेकिन शर्म तब आती है जब एक महिला अधिकारी बेतुके, संवेदनहीन और आपत्तजिनक बयान खुले मंच से बेटियों को लेकर देती हैं.

दरअसल बिहार में एक कार्यक्रम के दौरान स्कूली छात्रा ने सरकार द्वारा सेनेटरी पैड कम दामों में उपलब्ध कराने की मांग उठाई, तो इसका जवाब में बिहार महिला विकास निगम की प्रबंध निदेशक और IAS अधिकारी हरजोत कौर ने कुछ इस तरह से दिया जिसे जानकर आप दंग रह जाएंगे। उन्होंने कहा कि आज आप सेनेटरी पैड की मांग कर रही हो, कल निरोध भी मांगेंगी। अब ऐसे में यहां प्रश्न यह उठता है कि क्या छात्रा द्वारा पूछे गए एक साधारण से सवाल का इस प्रकार से जवाब देना वरिष्ठ अधिकारी और बिहार महिला एवं बाल विकास निगम की एमडी हरजोत कौर को शोभा देता है?

रिपोर्ट्स के मुताबिक ‘सशक्त बेटी, समृद्ध बिहार’ : टुवर्ड्स एन्हान्सिंग द वैल्यू ऑफ गर्ल चाइल्ड’ विषय पर आधारित इस वर्कशॉप को महिला एवं बाल विकास निगम द्वारा यूनिसेफ, सेव द चिल्ड्रेन एवं प्लान इंटरनेशनल ने संयुक्त रूप से आयोजित किया था। कार्यक्रम के दौरान छात्रा ने पूछा-“सरकार छात्रों को स्कूल ड्रेस, छात्रवृत्ति, साइकिल और कई अन्य सुविधाएं प्रदान कर रही है, क्या वह छात्राओं को 20-30 रुपये में सैनिटरी पैड प्रदान नहीं कर सकती? छात्रा द्वारा पूछे गए इस प्रश्न पर पूरे हॉल में तालियों की आवाज गूंजने लग गयी। जिसके बाद आईएएस अधिकारी हरजोत कौर ने इसका बड़े ही तीखे शब्दों मे जवाब दिया। उन्होंने कहा- ‘लोग सवाल पर ताली बजाते हैं, लेकिन क्या मांगों का कोई अंत है?’ अधिकारी ने आगे कहा- ‘सरकार आपको 20-30 रुपए में सेनेटरी पैड उपलब्ध करा सकती है लेकिन फिर आप जींस पैंट मांगेंगे, वो भी सरकार देगी। लेकिन जब परिवार नियोजन की बात आती है, तो क्या सरकार को आपको कंडोम भी उपलब्ध कराने होंगे? हमें सरकार से सब मुफ्त लेने की आदत क्यों है?

महिला अधिकारी के जवाब पर छात्रा ने पलटवार करते हुए पूछा फिर क्यों सरकार युवा छात्रों से उनका समर्थन करने की मांग करती है? उसने यह भी कहा कि अधिकारी सरकार जनता के वोट से ही बनती हैं। जिस पर हरजीत कौर ने गुस्से में जवाब देते हुए कहा- “अब तो यह मूर्खता की सीमा हो गयी है। आप ऐसा करो वोट मत करो और पाकिस्तान चले जाओ। क्या आप सरकार से पैसा और सुविधाएं लेने के इरादे से वोट दे रहे हैं।”

छात्रा ने फिर इस बात का जवाब दिया कि वह एक भारतीय है और फिर वह पाकिस्तान क्यूं जाएं? सरकार हमारे ही दिए हुए टैक्स के पैसे से सुविधाएं प्रदान कर रही है। अगर हम सरकार को टैक्स का भुगतान कर रहे है,  तो सेवाओं की मांग क्यों नहीं कर सकती है?”

महिला अधिकारी के इन संवेदनहीन बयानों को लेकर बवाल तो मचना ही था. महिला अधिकारी पर सख्ती दिखाते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने पटना में आयोजित ‘सशक्त बेटी समृद्ध बिहार’ वर्कशॉप में छात्राओं को संवेदनहीन जवाब देने वाली आईएएस अधिकारी हरजोत कौर बम्हरा से स्पष्टीकरण मांगा है। एक स्कूली छात्रा द्वारा सैनिटरी पैड की मांग करने पर बिहार महिला बाल विकास निगम की एमडी ने कहा था, “कंडोम भी चाहती हैं।” इस टिप्पणी के लिए हरजोत कौर से लिखित स्पष्टीकरण मांगा गया है। आईएएस अधिकारी को सात दिनों के भीतर जवाब देने के लिए कहा गया है।

महिला IAS अधिकारी पर किस तरह से कार्रवाई होगी वो बताने की जरुरत नहीं है. लेकिन हमारे समाज की विडंबना यही है कि कुछ लोग लाख डिग्रियां ले लें लेकिन उनकी घटिया सोच नहीं बदलती. हमारे समाज में कुछ लोग ऐसे हैं, जो महिलाओं से जुड़े कुछ मुद्दों को गंभीरता से नहीं लेते और तो और वो गंभीर मुद्दों को भी मजाक में उड़ा देते हैं और सबसे शर्मनाक तब होता है जब एक जिम्मेदार पद पर बैठीं कोई महिला करती है. सवाल ये कि इन बच्चियों ने ऐसा क्या मांग लिया था जो अधिकारी महोदय अपना आपा खो बैठी थीं?

DISCLAIMER: The author is solely responsible for the views expressed in this article. The author carries the responsibility for citing and/or licensing of images utilized within the text.