अरविंद केजरीवाल ने सत्ता पाने के लिए क्या-क्या पैंतरे अपनाए, किस-किस को धोखा दिया ये सारा देश जानता है . केजरीवाल ने पहले कहा था की उन्हें राजनीति में नहीं आना लेकिन राजनीति में आने के लिए उन्होंने अन्ना हजारे से लेकर प्रशांत भूषण और कुमार विश्वास जैसे करीबी नेताओं तक को धोखा देने का काम किया. ताजा उदाहरण हमारे सामने पंजाब का है जहां राज्य के मुख्यमंत्री भगवंत मान अब केजरीवाल के अगला टारगेट नजर आ रहे हैं. दरअसल जब पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी थी और भगवंत मान को सीएम बनाया गया था तभी सोशल मीडिया पर पंजाब की सियासत और केजरीवाल की स्वार्थ की राजनीति को जानने वाले लोगों का मानना था कि भगवंत मान एक डमी सीएम हैं जिन्हें एक कठपुतली की तरह पंजाब की कुर्सी पर बिठा दिया गया है जिनकी डोर ‘दिल्ली’ से खींची जाती है. लेकिन अब ये सच लग रहा है .

दरअसल पंजाब में अब नीति निर्धारण का काम कागज़ी रूप में भगवंत मान देखेंगे लेकिन उन्हें अमल में लाने की जिम्मेदारी अरविंद केजरीवाल के विश्वासपात्र राघव चड्ढा को दिया गया है। पंजाब सरकार ने आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा को एक सलाहकार समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया है। दरअसल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने राघव चड्ढा को आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद को राज्य सरकार की सलाहकार समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा कहा गया कि वह पंजाब में आप सरकार की जन-समर्थक पहल की अवधारणा और कार्यान्वयन की देखरेख करेंगे और वित्त के मामलों पर सरकार को सलाह देंगे। इतना ही नहीं सीएम ऑफिस ने एक बयान में कहा कि, “श्री चड्ढा एक चार्टर्ड एकाउंटेंट हैं और उन्होंने दुनिया की कुछ सबसे बड़ी कॉर्पोरेट फर्मों के साथ काम किया है। उन्होंने दिल्ली के वित्त मंत्री मनीष सिसोदिया के वित्तीय सलाहकार के रूप में भी काम किया है।”

इधर विपक्ष ने इस मुद्दे को जोरशोर से उठाते हुए पंजाब सरकार पर हमला बोला है . पंजाब कांग्रेस के प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने भगवंत मान की सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वह समिति के जरिए चड्ढा को अत्यधिक शक्ति प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि चड्ढा को सलाहकार समिति का अध्यक्ष नियुक्त करना उन्हें पंजाब का मुख्यमंत्री बनाने जैसा है। वहीं शिरोमणि अकाली दल ने भी आप सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इस कदम से शो मैनेजर राघव चड्ढा को आधिकारिक तौर पर एक मंच प्रदान कर दिया गया है। पार्टी ने ट्वीट किया, ‘… सर्कस मास्टर ने पर्दा हटाकर असली खेल चलाने वाले राघव चड्ढा को आधिकारिक तौर पर मंच प्रदान कर दिया है। वस्तुत: मुख्यमंत्री चड्ढा का औपचारिक रूप से महानियंत्रक के रूप में पदभार ग्रहण करना, पंजाबियों के लिए कोई खबर नहीं है। उन्हें हमेशा से पता था कि भगवंत मान के कठपुतली नाच की डोर किसके हाथ में है। अब पर्दा हट गया है और वह दंतहीन शेर सामने है जिस पर पंजाबियों ने भरोसा जताया था।’

इन सबके बीच ये बात भी साबित होती है कि पंजाब सरकार अब दिल्ली से ही केजरीवाल के नियंत्रण में रहकर चलेगी और उसका माध्यम होंगे राघव चड्ढा . इसमें कोई संशय नहीं कि भगवंत मान को पंजाब में सीएम की कुर्सी पर बिठाया ही इसलिए गया था ताकि केजरीवाल एक डमी सीएम के रूप में उनका इस्तेमाल करते रहे और सारी शक्तियां केजरीवाल के पास रहे !

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