झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार की नाक के नीचे इस्लामिस्ट आतंक मचा रहे हैं और सरकार खामोश बैठी मानो मजे ले रही है. भले ही राज्य में रहने वाली बहुसंख्यक हिंदु आबादी घुट-घुट कर मरती क्यों न रहे. दरअसल हाल के दिनों में झारखंड में एक खास समुदाय के लोगों का वर्चस्व कुछ ज्यादा ही बढ़ गया है. झारखंड के हजारीबाग से जो खबर सामने आ रही है वो वाकई राज्य में रहने वाले हिंदु परिवारों के लिए बड़ी परेशानी का सबब बन सकती है .

दरअसल हजारीबाग के बड़कागांव थाना क्षेत्र के सिरमा गांव में रहने वाले दो-तीन हिंदू परिवारों को मुसलमानों द्वारा तंग करने का मामला सामने आया है . रिपोर्ट के मुताबिक इस गांव की एक हिंदू लड़की को मुस्लिमों द्वारा कान पकड़वाकर जबरन उठक-बैठक कराने की खबर है . इतना ही नहीं, उन पर इस्लाम धर्म अपनाने का भी दबाव बनाया जा रहा है। गांव की महिला किरण देवी का आरोप है कि 10 अगस्त की रात को मुखिया इशरत जहां के बेटा वसीम 10 से ज्यादा लोगों के साथ रात में उनके जबरन घुस गया और बेटियों को अगवा करके ले गया। किरण देवी का आरोप है कि बाहर बारिश में भरी पंचायत में उनकी दोनों नाबालिग बेटियों के साथ गाली-गलौच और अश्लीलता की गई। उन्हें थप्पड़ मारे गए और कान पकड़वाकर सबके उठक-बैठक कराई . इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर भी वायरल कर दिया गया। उन लोगों ने कहा कि तुम लोगों का पूजा-पाठ बंद करा दिया जाएगा।

साभार-सोशल मीडिया

दैनिक जागरण के मुताबिक पीड़ित किरण देवी का कहना है कि अगले दिन जब इस घटना की शिकायत लेकर पंचायत समिति के पास गई तो तो 15-20 लोगों ने उन्हें घेर लिया, जिसमें मुस्लिम महिलाएं भी शामिल थीं। वे सभी किरण देवी पर इस्लाम धर्म अपनाने का दबाव बनाने लगे। उन्होंने धमकाया कि इस गांव में रहना है तो मुस्लिम बनना होगा, नहीं तो लापता करवा दिया जाएगा।

हद तो तब हो गई जब पुलिस ने उलटे पीड़ित परिवार पर ही केस दर्ज कर लिया. पुलिस ने पीड़ित परिवार पर ही धार्मिक भावना भड़काने का आरोप लगाकर मामला दर्ज कर लिया। पीड़िता का कहना है कि पुलिस आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रही है . हालांकि हिंदु परिवार को न्याय दिलाने के लिए सनातन हिंदू समाज संगठन ने अनशन शुरू कर दिया। संगठन का कहना है कि पीड़ित को न्याय दिलाने के बजाय पुलिस ने उन पर ही मामला दर्ज कर दिया है। संगठन ने परिवार पर केस हटाने और उसे सुरक्षा देने की मांग की है।

दरअसल सिरमा गांव मुस्लिम बहुल है और यहां दो-तीन ही हिंदु परिवार रहते हैं। वहीं जिस परिवार को मुसलमानों की तरफ से परेशान किया जा रहा है उसमें दो नाबालिग लड़कियां, एक छोटा भाई और उनकी विधवा मां है। परिवार के मुखिया की मौत पहले ही हो चुकी है . रिपोर्ट के मुताबिक आरोपियों में मुखिया इशरत जहां के पुत्र मोहम्मद वसीम, शजीबुल्ला, मोहम्मद नाजिम, मोहम्मद तकिब, मोहम्मद आसिफ समेत 5 अज्ञात लोगों का नाम शामिल है। पुलिस ने इनमें मोहम्मद नदीम और मोहम्मद साकिब को गिरफ्तार कर लिया है।

बता दें आपको झारखंड में कई इलाकों में हाल के दिनों में मुसलमानों की तादाद तेजी से बढ़ी है। आबादी बढ़ने के साथ उन इलाकों की डेमोग्राफी भी बदल गई है। जिन इलाकों में मुस्लिमों की आबादी बढ़ी है, वहां वे इस्लाम के नियम लागू करने का दबाव बना रहे हैं। हाल के दिनों में झारखंड के कई जिले जैसे गढ़वा, लोहरदगा, पलामू, गुमला और रांची के कई स्कूलों में जुम्मे के दिन छुट्टी और प्रार्थना करने के नियम बदलने का मामला सामने आया है.

लेकिन इन सबके बीच दुर्भाग्यपूर्ण ये है कि सरकार से लेकर प्रशासन तक सभी सिर्फ शांत मुद्रा में बैठे हुए इस्लामिस्टों के आतंक को देख रही है और इन सबके बीच हिंदु परिवार सारी यातनाएं झालने को मजबूर हैं.

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