दुनिया के कोने-कोने से इजराइल का नागरिक वापस इजराइल लौट रहे हैं क्योंकि वहां का हर नागरिक सैनिक हैं, हर नागरिक को सेना में कुछ वर्ष काम करना कंपल्सरी है!

यही काम भारत में अग्निवीर परियोजना के द्वारा नरेंद्र मोदी जी ने शुरू किया था जिसका विरोध सबसे पहले नीतिश कुमार के बिहार से शुरू हुआ था तथा बिहार के साथ-साथ देश के बहुत से राज्यों में अरबों की सरकारी संपत्ति फूंक दी गई।

अग्निवीर योजना को रोजगार से जोड़ा गया लेकिन यह योजना रोजगार के साथ साथ देशभक्ति और भारत को मजबूत बनाने के लिए हैं!

भारत के सभी नागरिकों को एक बार यह सोचना चाहिए कि इजराइल इतना मजबूत क्यों है? सिर्फ एक करोड़ से कम जनसंख्या वाला देश दुनिया के सबसे ताकतवर देश में से एक है, हर मामले में समृद्ध है और इजराइल के सामने हम भारतीय कहां है?

क्या वह देशभक्ति और वह जज्बा भारत के हर नागरिक में है? जो इजरायल के हर नागरिक में है! इजराइल के प्रधानमंत्री, पक्ष या विपक्ष सब एक आवाज में बोलते हैं लेकिन आज जब भारत इजराइल का साथ दे रहा है तो भारत के करोड़ों मुसलमान, सेकुलर हिंदू और कांग्रेस जैसे राजनीतिक दल इंसानियत को भूलकर अपने वोट बैंक और मजहब के लिए आतंकवादियों के साथ खड़े हैं!

लेकिन इस भारत में हमारे जैसे राष्ट्रवादी हिंदू भी रहते हैं जिसके शरीर का एक-एक बूंद रक्त भारत माता के लिए समर्पित है।

DISCLAIMER: The author is solely responsible for the views expressed in this article. The author carries the responsibility for citing and/or licensing of images utilized within the text.