विदेशी चिड़िया को आजाद करने का समय आ गया है – ट्विटर लगातार कर रहा है देश विरोधी गतिविधियों का सहयोग…

वैसे तो ट्विटर की बदमाशी कोई आज का एक दिन का कार्य नहीं है ट्विटर पिछले कई वर्षो से लगातार देश में अराजकता और अशांति फैलाने में सहायक रहा है फिर भले ही वो नोटबंदी के खिलाफ हो या जीएसटी के या फिर भले ही वो किसान आंदोलन के नाम पर… हमेशा से वर्तमान सरकार के खिलाफ जाग रही ताकतों को बल देकर देश के विरूद्ध खड़ा करने में मुख्य आवाज बनने का कार्य किया है ट्विटर ने…

सरकार को कई बार ट्विटर की हरकतों से हिंदुस्तान के राष्ट्रवादी बंधुओं ने चेताने का प्रयास किया पर ना सरकारें जागी और ना ही ट्विटर… और आज ट्विटर की इतनी हिम्मत हो गई कि सीधे सीधे सरकार के फैसलों में दखल देने लगा, वामपंथी विचारधारा को हवा देने का प्रमुख कार्य किया है ट्विटर ने, जिसकी बदौलत आजतक पुष्पेन्द्र कुलश्रेष्ठ, डॉ राम सारस्वत, उपदेश राणा, सर्वेश पांडेय, अभिषेक शुक्ला, पंकज सिंह धरवैया, सुखदेव सिंह गोगामेड़ी जैसे राष्ट्रवादी लोगों के ट्विटर हैंडल वेरिफाई नहीं हुए जबकि आए दिन बकैती करने वाले चंद्रशेखर रावण, उदित राज, हंसराज मीणा, यश मेघवाल, कुश अंबेडकरवादी, प्रशांत कनौजिया, दिलीप मंडल जैसे अपराधियों व वामपंथियों के अकाउंट ट्विटर तत्काल प्रभाव से वेरिफाई किए है और समय समय पर इनकी सोच और ट्रेंड को प्रोमोट करने में भी ट्विटर ने अपनी अहम भूमिका निभाई है आज जब सच सबके सामने है तो ट्विटर अपनी सफाई देने में लगा हुआ है जबकि ये बात जगजाहिर है कि ट्विटर इंडिया ने हिंदुस्तान को तोड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी है

आए दिन राष्ट्रवादी लोगों के अकाउंट सस्पेंड करना और खुद गृह मंत्री के अकाउंट की प्रोफाइल फोटो को हटा देना सरासर बदमाशी है ट्विटर इंडिया के सीईओ मनीष माहेश्वरी को काफी बार चेताया पर नहीं ट्विटर को जैसे पूरी सत्ता वामपंथी विचारधारा के दलों और विपक्षी दलों द्वारा मिली हुई है जिसका ट्विटर बेजा फायदा उठा रहा है

आज केंद्र सरकार ने 1178 ट्विटर अकाउंट बंद करने व ऐसे ट्वीट हटाने के निर्देश दिए, वहीं पहले सरकार द्वारा 257 ट्विटर अकाउंट जहां सरकार ने बंद करने के निर्देश दिए थे उन्हें ट्विटर वापिस चालू कर दिया जिससे सरकार का गुस्सा बढ़ गया और अब सरकार ने सीधे ट्विटर इंडिया को नोटिस थमा दिया है और ऐसी सूरत में ट्विटर इंडिया के दिन अब हिंदुस्तान से लदते नजर आ रहे है भविष्य में इस तरह के परिणाम देखने को मिलेंगे जिसमें असामाजिक तत्वों को हिंदुस्तान की धरती से बाहर फेंक दिया जाएगा ।

दरअसल ट्विटर से सरकार के विवाद के पीछे किसान मुद्दा है सरकार का तर्क है कि भड़काऊ भाषण ट्वीट में खबरें फैलाने वाले अकाउंट खालिस्तान समर्थकों के हैं या फिर इन्हें पाकिस्तान से सह मिली है टि्वटर सीईओ और फाउंडर जैक डोर्सी खुद किसान आंदोलन को समर्थन करने का आरोप लगा है उन्होंने ट्वीट भी किया था ट्विटर को भेजे गए नोटिस में केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्रालय ने कहा कि ट्विटर एक इंटरमीडियरी है वह सरकार का आदेश मानने को बाध्य है इससे इंकार कर शीर्ष अधिकारियों पर दंडात्मक कार्यवाही होगी

सरकार को चाहिए कि ट्विटर के खिलाफ सख्ती से पेश आएं और ऐसे तमाम प्लेटफार्म जो हिंदुस्तान के हो और हिंदुस्तान से ऑपरेट हो रहे हो ऐसे प्लेटफार्म को प्रमुख सिरे से आगे आकर देश के सर्वोच्च पद पर बैठे हुए प्रधानमंत्री जी राष्ट्रपति जी व अन्य लोग जो प्रशासनिक रूप से शक्तिशाली हैं उन्हें आकर प्रमोट करना चाहिए गत दिनों में एक प्लेटफार्म ट्वीटर के समकक्ष आकर खड़ा हुआ जो कि पूर्णतया राष्ट्रवादी है जिसे टूटर का नाम दिया गया है टूटर के सीईओ नंदा बताते हैं कि यह हिंदुस्तान से ऑपरेट हो रहा है और राष्ट्रवादी विचारधारा को प्रमोट करने वाला ही प्लेटफार्म है खासतौर पर देश विरोधी गतिविधियों में शामिल होने वाले वामपंथी अकाउंट हैंडल को पूरी निगरानी के साथ टूटर पर रखा जाएगा और ऐसी कोई भी शरारती गतिविधियों को हवा नहीं दी जाएगी जो हिंदुस्तान के अंदर अशांति फैलाने का प्रयास करते हो हालांकि कुछ ऐसे लोग जो टवीटर से इंफ्लूएंस दिल्ली व वर्तमान सरकार के अंदर भी पदाधिकारी क्यों ना हो जैसे कि भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय आईटी हैड अमित मालवीय ने भी टूटर की गतिविधियों और कार्यशैली पर सवाल उठाया था लेकिन वह पूर्णतया गलत था क्योंकि जो सवाल उठाया गया था उस सवाल में कोई ज्यादा दम नहीं था बावजूद उसके कुछ ऐसे लोग जिनका काम ही पूरे दिन ट्रोल करना है उन्होंने दो-तीन दिन तक लगातार टूटर को ट्रोल किया परंतु मैं टूटर के सीईओ नंदा जी की हिम्मत की दाद देता हूं कि उन्होंने बड़ी शांति और संयम के साथ लोगों को जवाब दिए और लोगों को संतुष्ट किया अब हमें जरूरत है कि हम सभी राष्ट्रवादी पार्टी विचारधारा को अलग करके हिंदुस्तान की अस्मिता और स्वाभिमान की रक्षा के लिए आगे आए और हिंदुस्तान में बने प्लेटफार्म का खुलकर और जमकर सहयोग करें

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