इन दिनों झारखंड में डीरेल हो चुकी कानून-व्यवस्था को लेकर ये कहना गलत नहीं होगा कि प्रजा त्रस्त तो राजा मस्त. दुमका में दो मासूम बच्चियों के साथ हुई वारदात ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है लेकिन राज्य के सीएम हेमंत सोरेन से लेकर उनके विधायक तक को ये महज मामूली घटनाएं लगती है. मासूमों को न्याय दिलाने के बजाए झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पिकनिक मनाने चले जाते हैं तो उनके विधायक इन हत्याओं को प्रेम प्रसंग से जोड़ देते हैं.

दरअसल सरकार के मंत्री और विधायक तुष्टीकरण में अंधे तो थे ही लेकिन अब शर्मनाक, घटिया और अर्मयादित बयान देने से भी बाज नहीं आते. जब राज्य में बच्चियों को जिंदा जलाकर मौत के घाट उतारा जा रहा था तब दुमका से विधायक और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के भाई बसंत सोरेन अंडरगारमेंटस खरीदने के लिए दिल्ली जा रहे थे। यह बात खुद बसंत सोरेन बड़े ही गर्व के साथ मीडिया को बता रहे हैं जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

JMM सुप्रीमो शिबू सोरेन के गांव खजूरिया में एक प्रेस वार्ता के दौरान जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि राज्य में उथल-पुथल के बीच में वे दिल्ली क्यों चले गए थे। इस पर बसंत सोरेन ने कहा, “हां गए थे, एक्चुअली मेरे अंडरगारमेंटस खत्म हो गए थे. अंडरगारमेंट्स लेने ही दिल्ली चला गया था।” पत्रकारों ने फिर पूछा कि क्या वे अंडरगारमेंटस दिल्ली से लाते हैं, तब उन्होंने कहा कि हां।

अब भाई राज्य के सीएम के छोटे भाई और विधायक जी कोई छोटे आदमी थोड़े हैं जो मामूली दुकान से अंडरगारमेंटस खरीदेंगे. झारखंड जैसे छोटे राज्य में कहां उनके पसंद के कपड़े मिलेंगे? गजब का सियासी ठाठ-बाट है भाई. इनके रसूख में कोई कमी नहीं आनी चाहिए भले बच्चियां जलती-मरती रहे हैवानों की दरिंदगी का शिकार होती रहे. इन्हें तो बस अपनी सरकार बचाने से मतलब है.

23 अगस्त को दुमका में अंकिता ज़िंदा जला दी जाती है, पूरे देश की अंतरात्मा कराह रही थी लेकिन सरकार अपनी धुन में मगन थी. पीड़ित परिवार को इंसाफ दिलाना दो दूर यहां तो बेटियों की हत्या पर निर्लज्जता वाले बयान दिेये जा रहे हैं..

ऐसे शर्मनाक बयान पर बीजेपी सांसद निशिकांत दूबे ने भी बसंत सोरेन पर हमला बोला है.

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