देश की राजनीति में नई बयार लाने का दावा करने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के विषय में अगर ये कहा जाए कि मुस्लिम तुष्टिकरण के मामले में उन्होंने कांग्रेस को भी पीछे छोड़ दिया है, तो संभवतः ये गलत नहीं होगा। केजरीवाल दूसरे राज्यों में अपना कुनबा बढ़ाने के लिए इस हद तक नीचे उतर आए कि हिंदु धर्म को बदनाम करने से भी वे पीछे नहीं हैं. दरअसल गुजरात में विधानसभा चुनाव जीतने के लिए आम आदमी पार्टी अब अपनी संभावनाओं को बढ़ाने और वोटरों के सामने एक मजबूत माहौल बनाने की कोशिश कर रही है।
केजरीवाल गुजरात में पूरी तरह से तुष्टीकरण की राजनीति कर रहे हैं. उन्हें शायद ये भ्रम है कि तुष्टीकरण के सहारे वे गुजरात की सियासत में चमक उठेंगे. लेकिन केजरीवाल को ये समझना होगा कि गुजरात की डगर इतनी आसान नहीं है, फ्री-फ्री का नारा गुजरात में नहीं चलने वाला है ना ही फ्री के लॉलीपॉप की लालच में गुजराती आने वाले हैं. रही-सही कसर केजरीवाल के हिंदु विरोधी चेहरे ने पूरी कर दी है. मतलब गुजरात में मटियामेट तय हैं.
अब गुजरात के राजकोट में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बैनर लगाए गए हैं, जिसमें उन्हें मुस्लिम टोपी पहनाई गई है. केजरीवाल की तस्वीर वाले बैनर में लिखा हुआ है, “मैं हिंदू धर्म को पागलपन मानता हूं”। वहीं दूसरे पोस्टर में लिखा है- “मैं ब्रह्मा, विष्णु, महेश और कृष्ण को ईश्वर नहीं मानता”। दरअसल गुजरात में लगातार केजरीवाल का विरोध हो रहा है. वडोदरा में भी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ भारी विरोध प्रदर्शन देखने को मिला. केजरीवाल की तिरंगा यात्रा के रास्ते में सड़क पर ‘केजरीवाल गो बैक’ के नारे लिखे गए थे. इससे पहले बैनर पर लिखा था कि केजरीवाल हिंदू विरोधी हैं.
बता दें आपको कि कल ही दिल्ली के मंत्री और केजरीवाल के करीबी राजेंद्र पाल के धर्म परिवर्तन का वीडियो वायरल हुआ था.जिसका गुजरात में विरोध शुरू हो गया है. देखा जाए तो अपनी राजनीति चमकाने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ करने का दिखावा करने वाले नक़ली हिंदू केजरीवाल की पार्टी के नेता उनसे अलग कैसे हो सकते हैं. राजेंद्र पाल गौतम ने तो केजरीवाल को पीछे छोड़ते हुए 10,000 से भी अधिक हिंदुओं को उनका धर्म छोड़ने के लिए प्रेरित कर उनका बौद्ध धर्म में धर्मांतरण करा दिया। 10,000 से भी ज़्यादा हिंदुओ का धर्मांतरण करा दिया गया, हिंदू देवी देवताओं का मजाक भी उड़ाया गया लेकिन मजाल है जो केजरीवाल के मुख से निंदा का एक शब्द भी निकला हो। मतलब केजरीवाल ने मौन रहकर अपने मंत्री के इस कृत्य का पूरा समर्थन किया.
धर्मांतरण के मामले में चुप्पी साधे केजरीवाल खुद को रामलला का भक्त और हिंदू भी कहते हैं, हिंदुत्व के नाम पर वोट लेने की कोशिश भी करते हैं लेकिन केजरीवाल को यह समझना होगा की हिंदू अब आपके झांसे में नहीं आने वाला है. वैसे भी ये तो सभी को मालूम है कि आम आदमी पार्टी को हिंदुओं और हिंदुत्व की कोई चिंता नहीं है वो जो करते हैं वो बस दिखावा है!
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