किसी ने बहुत पहले ही कहा था कि

देश को नहीं है ख़तरा उतना ,विदेशी हथियारों से
देश को है असली खतरा तो देश के ही गद्दारों से 


और यही इस देश की सबसे बड़ी विडम्बना है , सबसे बड़ी त्रासदी और सबसे बड़ी बीमारी है जिसे पाल पोस कर अब ऐसे नासूर का रूप दे दिया गया है ,जिससे रिस रिस कर बाहर निकल रह मवाद पूरे देश और समाज को विषाक्त कर रहा है | 

और हो भी क्यों न , जब इस देश के तथाकथित रहनुमाओं ने अपने स्वार्थ , सत्ता के लालच और मौकापरस्ती में देश के स्वतन्त्र होने के समय से ही जानबूझ कर ज़हर के पेड़ को बोया और बाद में उनकी संतानें ,जिन्होंने इस देश को अपनी बपौती समझ कर पूरी ज़िंदगी उसका रक्त चूसा , उसे सींच सींच कर उस विषबेल को पूरे देश और समाज में फैलाया ताकि इसकी आड़ में उनकी सियासत की दूकान और ये नीच धंधा चलता रहे |


  कभी देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी ने  , मिजोरम विधानसभा के कांग्रेस के घोषणा पत्र में ये वचन दिया था कि जीतने पर मिजोरम की सरकार सीधा ईसाई मिशनरियों और चर्च द्वारा ही संचालित की जाएगी | आज फिर कुछ सालों के बाद देश के दो राज्य धीरे धीरे मगर खुल्लम खुल्ला इस्लामिक राज्य बनने की राह पर हैं | पूरा देश , देश की जनता , सरकार ,न्यायालय सब मौन और मूक होकर आराम से देश को विखंडित होता हुआ देख रहे हैं |  इनमें पहला है पश्चिम बंगाल और दूसरा है केरल |

इन दोनों राज्यों में जिस तरह एक सोची समझी साजिश के तहत सरकारी सरपरस्ती में कट्टर इस्लामिक शरीया कानूनों और उनकी रवायतों को न सिर्फ बढ़ाया जा रहा है बल्कि देश के बहुसंख्यक हिन्दू समाज , हिन्दू धर्म स्थलों , हिन्दू राजनीतिक दलों , व्यक्तियों , समूहों सबको , हिंसा और दमन के जोर पर दबाया कुचला मारा खत्म किया जा रहा है |  

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी , को “जय श्री राम ” बोलने भर से इतनी ज्यादा तकलीफ होती है कि आज बंगाल में हिन्दुस्तान के आराध्य प्रभु श्री राम का नाम लेना सबसे बड़ा अपराध हो गया है | ममता बनर्जी के लगातार हिन्दू विरोधी बयानों ,फैसलों के कारण उन्हें लोग ममता बानो कह कर पुकारने लगे हैं | पश्चिम बंगाल में ,कांग्रेस से अलग होकर (मगर असल में कांग्रेस वाले सारे कुकर्मों को लिए हुए ) बनी तृणमूल कांग्रेस पार्टी के तमाम मुस्लिम और कट्टर इस्लामिक पंथी समर्थक , पूरे राज्य में हिन्दुओं के साथ मार पीट , ह्त्या , लूट ,बलात्कार और दंगे करके आतंक फैलाये हुए हैं |

स्थिति कितनी ज्यादा भयानक है इस बात का अंदाज़ा सिर्फ इस तथ्य से लगाया जा सकता है कि एक रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान सरकार के समय में अब तक 4000 से अधिक हिन्दू परिवारों का खात्मा किया जा चुका है , जिनमें से 200 से अधिक तो सामाजिक और राजनैतिक पदों पर काम कर रहे कार्यकर्ता /पदाधिकारी थे |

पश्चिम बंगाल की जादवपुर यूनिवर्सिटी आज देश के उन चुनिंदा विश्वविद्यालयों में शामिल है जहां खुलेआम राष्ट्रविरोधी और विचारों और गतिविधियों को अंजाम दिया जा रहा है | जो सरकार कभी , जय श्री राम का विरोध करती है तो कभी दुर्गा पूजा के पंडालों का और कभी माँ दुर्गा की मूर्ति विसर्जन में बंदिशें लगाती है उसके शासन में यही सब होना अपेक्षित है | अब हाल ही में चर्चित और नारकोटिक्स विभाग द्वारा ड्रग्स के धंधे में लिप्त अभिनेत्री रिया चक्रवर्ती की गिरफ्तारी के विरूद्ध वहां बाकायदा रैली निकाली जा रही है |  

इससे दो कदम और आगे बढ़ते हुए दक्षिण का मुस्लिम प्रभावित राज्य केरल में तो सरेआम ये कहा जा रहा है , लोगों को उकसाया ,बताया ,भड़काया जा रहा है कि , किस तरह कैसे , अगले कुछ वर्षों में केरल को पूरी तरह से इस्लामिक राज्य बना लिया जाएगा | पड़ोस में तेलंगाना में भी इसकी देखा देखी , कट्टर इस्लामिक शरीया अदालतों को न्यायिक संस्थान के जैसे अधिकारों के लिए सरकार के साथ विचार विमर्श चल रहा है |

सडकों पर गाय काट कर खाने ,  हिन्दू मंदिरों , गर्भगृहों को तोड़ कर नष्ट करने , साधु पुजारियों की ह्त्या करने , हिन्दू धर्म स्थानों की संपत्ति लूटने , राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े लोगों का क़त्ल करने , जैसे अपराधों को बार बार करके पूरे देश को ये धमकी /सन्देश दिया जा रहा है कि ,भविष्य में वे क्या और कैसे करने वाले हैं ?  

विश्व में हिन्दू बहुसंख्या वाला इकलौता देश जिसके धूर्त राजनेताओं ने दशकों तक अपनी सत्ता और सियासत के लिए , देश को एक छद्द्म धर्मनिरपेक्ष के आवरण में कैद करके , अपने वोटों के लिए मुस्लिम तुष्टिकरण का वो घिनौना खेल खेला जो आज सत्तर वर्षों के बाद देश को फिर उसी मोड़ पर ले आया है जहां से कभी बंटवारे और अलग्वावाद की शुरुआत हुई थी |

  यूँ तो आज , दिल्ली से लेकर मुंबई तक और बंगाल से लेकर केरल तक कोई भी राज्य ,कोई भी प्रदेश, क्षेत्र इस इस्लामिक विस्तारवाद और हिंसा की चपेट में आने से अछूता नहीं है , लेकिन इनमें से भी कुछ वो स्थान जहां मुस्लिम बाहुल्य जनता और राजनीति का वर्चस्व है वो सब के सब , प्रत्यक्ष और परोक्ष रूप से देश के भीतर रह कर भी आज ,भारत को तोड़ने बर्बाद करने के लिए , शत्रु देश पाकिस्तान और चीन से भी कहीं अधिक खतरनाक मंसूबों को पाले और अंजाम दे रहे हैं |

  हिन्दू समाज , सरकार , संस्थाओं , प्रशासन सभी को ये समझ लेना चाहिए कि आज जब देश के बाहर के दुश्मन ,इस फिराक और साजिश में लगे हैं कि , धीरे धीरे विश्व में अपनी ताकत और पहचान बनाता हुआ भारत किसी तरह से से विकास के रास्ते से भटक जाए तो ऐसे में ये बहुत जरूरी हो जाता है कि , देश के अंदर पनप रहे ऐसे गद्दार सोच वाले तमाम व्यक्तियों , दलों , विचारों को पूरी सख्ती और निर्दयता  से ख़त्म कर दिया जाए |


याद रहे , जो अभी नहीं , तो फिर कभी नहीं 

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