आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की सेहत इन दिनों ठीक नहीं चल रही है. दिल्ली के एम्स में वे भर्ती हैं. इस बीच उनका हाल-चाल जानने के लिए कई नेताओं ने AIIMS जाकर उनसे मुलाकात की. उनके परिवार की तरफ से हर दिन सोशल मीडिया पर उनकी सेहत की जानकारी दी जा रही है. लेकिन इसी बीच दिल्ली एम्स में भर्ती राजद प्रमुख लालू यादव को गीता पाठ करने और सुनने से रोकने का मामला सामने आया है। जिसके बाद उनके बड़े बेटे तेजप्रताप यादव भड़क उठे हैं.
तेजप्रताप यादव ने ट्वीट कर जानकारी दी कि “पिताजी को अस्पताल में श्रीमद भगवत गीता का पाठ करने एवं सुनने से रोक दिया गया,जबकि पिताजी को गीता पाठ पढ़ना एवं सुनना काफी पसंद है……गीता पाठ से रोकने वाले वाले उस अज्ञानी को ये नही पता कि इस महापाप की कीमत उसे इसी जन्म में चुकानी होगी..”
पिताजी को अस्पताल में श्रीमद भगवत गीता का पाठ करने एवं सुनने से रोक दिया गया,जबकि पिताजी को गीता पाठ पढ़ना एवं सुनना काफी पसंद है……गीता पाठ से रोकने वाले वाले उस अज्ञानी को ये नही पता कि इस महापाप की कीमत उसे इसी जन्म में चुकानी होगी.. pic.twitter.com/h46fjWXqPb
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) July 12, 2022
तेज प्रताप यादव की मानें तो वे अपने पिता लालू यादव की सेहत में सुधार के लिए एम्स में श्रीमद्भागवत गीता का पाठ करना चाहते थे. तेज प्रताप का मकसद था कि पाठ होने से लालू यादव की तबीयत ठीक हो जाएगी. तेज प्रताप यादव इन दिनों लगातार अपने पिता के साथ हैं. पिता की सेहत को लेकर कई बार उन्होंने भावुक ट्वीट किया था। जिसमें उन्होंने कहा था, ‘पिताजी आप जल्द स्वस्थ होकर घर आ जाइये, आप हैं तो सब है, प्रभु मैं आपकी शरण में हूं तब तक रहूंगा जब तक पापा घर नही आ जाते। मुझे बस पापा चाहिए और कुछ भी नहीं ना राजनीति और ना कुछ और बस मेरे पापा और सिर्फ पापा।’
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