हिन्दू देवी देवताओं के अपमान को कला के नाम पर बेचने वाले जाहिलों की तादाद इस सरजमीं पर बहुत है। बरसों से ऐसा ही होता आया है जब Art के नामपर सिर्फ सनातन प्रतीकों का उपहास उड़ाकर इस सभ्यता को नीचा दिखाया जाता रहा है। ताजा मामले में सोशल मीडिया में अकरम हुसैन नाम के शख्स की पेंटिंग चर्चा का विषय बनी हुई है जिसमें भगवान कृष्ण को गोपियों के साथ अश्लील तौर पर पेश किया गया है। ‘क्रेटली मीडिया’ आपको बता रहा है कि ये तस्वीर और ये मामला पुराना है, मगर हम ये भी चेता रहे हैं कि तस्वीर बेशक पुरानी है मगर उनके इरादे अभी तक वैसे के वैसे ही बने हुए हैं। एमएफ हुसैन से लेकर अकरम हुसैन तक के नामों में तस्वीरें बनती हैं मगर तसव्वुर वही रहता है …सनातन धर्म का अपमान।

अकरम हुसैन से लेकर एम एफ हुसैन तक नाम बदलते रहे हैं और आगे भी बदलते रहेंगे, मगर इन सर्पों में ज़हर वही पुराना चलता रहेगा। अकरम हुसैन नाम का यह पेंटर असम based है और इसने भगवान कृष्ण का अपमान करते हुए पेंटिंग बनाई है जिसको लेकर सोशल मीडिया पर जनता भड़की हुई है। 
https://twitter.com/RadharamnDas/status/1295214300915568640?s=19

मामला बेशक 2015 का है मगर सवाल ये है कि क्या किसी अन्य धर्म के प्रतीकों के साथ कला के नाम पर अभद्रता की जा सकती है? तस्वीर बेशक 2015 की है मगर बड़ा सवाल ये है कि अबतक ऐसी मानसिकता पर कड़ा प्रहार क्यों नहीं किया जाता है? पेंटिंग बेशक पुरानी है मगर अकरम हुसैन अबतक सलाखों के पीछे क्यों नहीं है? तस्वीर में कृष्ण का मजाक बनाया गया है अगर ऐसा ही कुछ मोहम्मद साहब या जीसस के साथ किया जाता तो 2015 से अबतक कोई शख्स चैन की सांस ले रहा होता? कहाँ गई देश की सलाखें? कहाँ गया देश का संविधान? कहाँ गई हिदुत्व चेतना? 

जरा सोचिए कि एम एफ हुसैन हो या अकरम हुसैन इनकी सारी कला तभी क्यों कुलबुलाती है जब हिन्दू देवताओं का अपमान करना होता है? आखिर कबतक भारत इन जैसे कट्टरपंथी जिहादियों के प्रति soft state बना रहेगा?

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