जनवरी 2020 में मैं करेंट अफेयर पढ रहा था तो अचानक से मेरे सामनें एक प्रश्न आया कि “कोरोना वायरस का पहला मामला किस देश से आया है?” यह प्रश्न मैैैैनें अपनी बहन से पूछा……  और उसे इस नए वायरस के बारे मेें पता ही नही था।

Narendra Modi in Ayodhya
Narendra Modi in Ayodhya

दुनियां धीरे-धीरे एक अनजान खतरे की तरफ बढ रही थी जिसके भविष्य के बारे में किसी को कुछ मालूम नही था।
जनवरी के अंत से चीन के हुबई राज्य के वुहान शहर से कोरोना वायरस की विचलित करने वाली तस्वीर आने लगी और दुनिया लॉकडाउन की तरफ बढनें लगी…. 
चीन से उपजी इस महामारी नें यूरोप को हिला डाला अब भारत की बारी थी…. और भारत में उसका सामना हुआ विश्व के सबसे कुशल, कर्मठ, कर्मयोगी व लोकप्रिय प्रधानसेवक नरेन्द्र मोदी से….नरेन्द्र मोदी जी नें ढाल बनकर देशवासियों की कोरोना वायरस से सुरक्षा की। 

मार्च के आखिरी दिनों और भारत के जनता कर्फ्यू नें देशवासियों को एक अनजानें डर के साये में ढकेल दिया था किसी को भी नही पता था कि वे कल का सूरज देख पाएगें या नही तब प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी नें खुद आगे बढकर विश्व की दूसरी बड़ी जनसंख्या का बड़े ही विश्वास के साथ नेतृत्व किया…..

लॉकडाउन के अकेलेपन से लोग अवसाद में ना जाए इसलिए प्रधानमंत्री मोदी जी ने रचनात्मक कार्यों का सहारा लिया लोगों से थाली और ताली बजवाई !!!! ऐसा मेरी जीवन में पहली बार हुआ जब पूरे देश नें गर्मियों में दीवाली मनायी।देशवासियों का हौसाला ना टूटे इसलिए प्रधानमंत्री समय-समय पर हमें संबोधित करते रहे, उन्होंने खुद गमछे का मास्क लगाकर देशवासियों को प्रेरित किया…. प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में भारत कोरोना वायरस से लड़ते हुए ऐतिहासिक कीर्तिमान स्थापित कर रहा था, मोदी जी नें एक कुशल अभिभावक की तरह देश के सवा सौ करोड़ लोगों को संभाला जिसे देखकर पश्चिम जगत भी हतप्रभ था।

प्रधानमंत्री जी नें अपने नेतृत्व कौशल से देशवासियों को इस वैश्विक आपदा से बचाया तो वहीं असामाजिक तत्वों पर प्रशासन का शिकंजा कसकर उनको नियंत्रित भी किया जहाँ प्रेम से बात बनी वहाँ पर देशवासियों पर लाड लुटाया और जहाँ डर दिखाना था “वहाँ भय बिनु होए ना प्रीति का सहारा लिया” उन्होंने हमारे वैज्ञानिकों को कोरोना वायरस का प्रभावी समाधान ढूंढनें के लिए भी प्रोत्साहित किया।

देशवासियों के मन में कोरोना वायरस से बचाव की आदत डालने के बाद अब बारी थी लॉकडाउन को समाप्त करने की और यहाँ भी प्रधानमंत्री जी नें अपनी दूरदर्शिता का परिचय देते हुए चरणबद्ध तरीके से लॉकडाउन को खोला, आज देश की अर्थव्यवस्था तेज गति से रिकवरी कर रही है।

16 अप्रैल 2021 को भारत नें प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में पुन: इतिहास रच दिया और भारत में निर्मित दो स्वदेशी कोरोना वायरस के वैक्सीन का 3 करोड़ कोरोना योद्धाओं के टीकाकरण के साथ “कोरोना के टीकाकरण” का अभियान शुरु हुआ। 

प्रधानमंत्री जी ऐतिहासिक पुरुष हैं और उनके नेतृत्व में हम युग परिवर्तन का साक्षी बन रहे हैं, चुनौतियाँ उनके सामने ही आती हैं, जो उनका सामना करने का साहस रखते हैं और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी में वह साहस है जिसकी कमी आज तक स्वतंत्र भारत के सभी प्रधानमंत्रियों में थी।

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