राजस्थान की भिवानी में जिस तरह से 2 गौ तस्करों के गाड़ी में जलकर मरने का मामला सामने आया है उसी के बाद से तमाम कट्टरपंथी लोग मिलकर गुरुग्राम के बजरंग दल स्वयंसेवक व प्रमुख गौरक्षक मोनू मानेसर को निशाना बना रहे हैं।

#मोनूमानेसर गुरुग्राम, मेवात ,मानेसर की वह आवाज है जिसे गौमाता का प्रमुख सेवक बताया जाता है। मोनू मानेसर और उसकी टीम अपनी जान पर खेलकर गौ माता को कट्टर कसाईयो से कटने से बचाते हैं। बीते कई सालों से मोनू मानेसर अब तक लाखों गायों की जान बचा चुके हैं। इसलिए वे तभी से हरियाणा व राजस्थान मेवात मूल के कई कट्टरपंथियों के जेहन में चुभ रहे हैं। कई बार कट्टरपंथियों ने अपने वोट लेने वाले राजनीतिक दलों से मोनू मानेसर की शिकायत की है मगर मोनू मानेसर की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए किसी भी राजनीतिक दल ने उन पर हाथ लगाने की कोशिश नहीं की, उल्टे मेवात नूह मानेसर गुरुग्राम में मोनू मानेसर की टीम बढ़ती चली गई क्योंकि मोनू मानेसर शुद्ध हृदय से गाय सेवा व हिंदुओं की आवाज उठाने का काम करते हैं।

मेवात व नूह के कट्टरपंथी जानते हैं जिन लाखों गायों को मोनू मानेसर ने कट्टरपंथियों से छीना है उनके ट्रकों को रुकवाया है हाईवे पर अपनी जान पर खेलकर उनका पीछा किया है यदि वह गोवंश कट जाते तो इससे उनको करोड़ों की कमाई होती, इसलिए वे सब झूठे मामले में मोनू मानेसर को फसाने की कोशिश कर रहे हैं।

ऐसे में हिंदुओं के लिए जरूरी है कि वह सब मोनू मानेसर के लिए एक आवाज में उठकर खड़े हो जाएं। हिंदुओं की आवाज बनकर गुरुग्राम मेवात व नूह में सनातन का झंडा बुलंद करने वाले इस प्रमुख गौ रक्षक के साथ तमाम संगठनों को एक स्वर में खड़े होना चाहिए क्योंकि कट्टरपंथी जानते हैं यदि मोनू मानेसर और उसकी टीम की आवाज को शांत कर दिया गया तो फिर मेवात व नूह गोवंश के लिए बडा कसाईखाना बन जाएगा।

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